कैप्टन कूल धोनी की भी बायोपिक बन रही है, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. आईपीएल-8 के दौरान कई मैचों में स्टेडियम में दिखे सुशांत का लुक धोनी जैसा ही था. ये फिल्म इसी साल अक्टूबर में रिलीज हो सकती है.
भाग मिल्खा भाग और मैरी कॉम जैसी फिल्मों की सफलता के बाद अब कई स्पोर्ट्स पर्सनैलिटीज पर फिल्म में बन रही हैं. कुछ दिनों पहले ही पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन पर बन रही फिल्म अजहर का फर्स्ट लुक रिलीज हुआ है. इसमें एक्टर इमरान हाशमी मुख्य भूमिका में हैं. इसके अलावा कैप्टन कूल धोनी की भी बायोपिक बन रही है, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. आईपीएल-8 के दौरान कई मैचों में स्टेडियम में दिखे सुशांत का लुक धोनी जैसा ही था. ये फिल्म इसी साल अक्टूबर में रिलीज हो सकती है. खबरों के अनुसार इस फिल्म के लिए धोनी ने 80 करोड़ रुपये मांगे हैं. खबर है कि टीम इंडिया के सबसे चर्चित क्रिकेटर धोनी ने अपनी लाइफ पर फिल्म बनाने के लिए 60 करोड़ रुपये रॉयल्टी की डिमांड की है. इसमें फिल्म की कमाई के शेयर भी शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो धोनी को 10 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं. वहीं, पूर्व क्रिकेटर मो. अजहरुद्दीन ने कितनी रॉयल्टी ली है, इस बारे में अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एकता कपूर के साथ कई मीटिंग्स के बाद अजहर ने अपनी लाइफ पर फिल्म बनाने की रजामंदी दी थी.
खेल पर लगातार काम करें खिलाड़ी : सचिन
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे बल्लेबाजों को विश्वस्तरीय गेंदबाजों का सामना करने के लिए अपने खेल पर लगातार काम करना चाहिए और जब वह खेलते थे, तब लगातार ऐसा किया करते थे. तेंदुलकर ने कहा कि यह बल्लेबाज का कर्तव्य है कि वह अपने खेल पर काम करता रहे, क्योंकि ये विश्वस्तरीय गेंदबाज लगातार कुछ नया करने की कोशिश करते हैं. इस स्टार बल्लेबाज से पूछा गया कि लेसिथ मालिंगा की टखने को निशाना बनाकर फेंके गये यार्कर को कैसे खेलना चाहिए, उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, बाल नहीं बॉल (गेंद) को देखो. एक खिलाड़ी के रूप में दिल्ली के अपने दौरों की याद करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में मेरा पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिरोजशाह कोटला में खेला गया था और हमने वह मैच जीता था. तेंदुलकर ने अपना 35वां शतक भी दिल्ली में बनाया था. इससे उन्होंने सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ा था और वह शतक भी उन्हें याद है. तेंदुलकर ने गुड़गांव के साइबर हब में प्रचार कार्यक्रम में कहा कि वह 2005 की बात है और हम श्रीलंका के खिलाफ खेल रहे थे.
सचिन का क्रेज बना अंजली का सिरदर्द
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर कार और स्पीड के प्रति कम उम्र से ही क्रेजी रहे हैं और आज भी हैं, लेकिन एक बार उनके इसी शौक ने सचिन और उनकी पत्नी अंजली के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी. कुछ साल पहले जब सचिन इंग्लैंड में थे, तब बीएमडब्ल्यू कार की टेस्ट ड्राइव के दौरान उन्होंने इतनी तेज कार चलाई थी कि उनका और अंजली का दिन भर सिरदर्द होता रहा था. इसका खुलासा खुद सचिन ने हाल ही में एक गेम लॉन्च इवेंट के दौरान किया. सचिन के अनुसार बात कुछ साल पहले की है. हम इंग्लैंड में थे. बीएमडब्ल्यू वालों ने मुझे अपनी एक लिमिटेड एडिशन कार टेस्ट ड्राइव के लिए दी. उन्होंने मुझे फीडबैक देने के लिए कहा, खासकर ब्रेक्स के बारे में. तो इस ड्राइव पर चलने के लिए मैंने अंजली को भी मना लिया. मैंने ड्राइव शुरू की और स्पीड तेज कर दी. मैं बता नहीं सकता कि उस वक्त मैं किस स्पीड में कार ड्राइव कर रहा था. चूंकि उन्होंने मुझे ब्रेक चेक करने के लिए कहा था इसलिए मैंने पूरी स्पीड में गाड़ी चलाई और फिर ब्रेक लगा दिया. वो जबरदस्त अनुभव था. मैंने और अंजली ने वो महसूस किया था. ये ऐसा अनुभव रहा, जो मुझे आज भी याद है.
अभिनव बिंद्रा ने कटाया ओलंपिक का टिकट
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा म्यूनिख में आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में पुरुषों के 10 मीटर एयर रायफल फाइनल में 2016 रियो ओलंपिक गेम्स के लिए ओलंपिक का टिकट कटा लिया है. बिंद्रा ने जर्मनी के होचब्रुक में 1972 ओलंपिक शूटिंग रेंज में 10 मीटर एयर रायफल इवेंट में 627.5 का स्कोर किया. बिंद्रा देश के लिए रियो ओलंपिक का कोटा जीतने वाले चौथे भारतीय शूटर हैं. उनसे पहले पिस्टल शूटर जीतू राय और रायफल शूटर अपूर्वी चंदेला क्रमश: वर्ल्ड चैंपियनशिप और चोंगवोन वर्ल्ड कप में ओलंपिक कोटा जीत चुके हैं.
उम्मीद नहीं थी कि आरसीबी-11 में जगह मिलेगी : सरफराज खान
आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सबके दिलों पर राज करने वाले रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु (आरसीबी) के सबसे युवा बल्लेबाज सरफराज खान का कहना है कि इस बार आईपीएल में इस बार दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों से सजी आरसीबी की बैटिंग लाइनअप में जगह मिलने की उन्हें उम्मीद नहीं थी, लेकिन यह जरूर सोचा था कि जिस दिन मौका मिलेगा, अंतिम 11 में जगह पक्की कर लेंगे. 17 साल के सरफराज ने कहा कि क्रिस गेल, डीविलियर्स और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों के बीच उन्हें प्लेइंग-11 में जगह मिलने का यकीन नहीं था और नंबर 6 की बेहद अहम जगह पर मौका दिए जाने से उनका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है. सरफराज ने कहा कि आईपीएल का उनका पहला सत्र बहुत अच्छा रहा. इस दौरान सभी सीनियर खिलाड़ियों ने उनकी बहुत मदद की. आरसीबी की ओर से 50 लाख रुपये में खरीदे गये इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने का जल्दी किसी को मौका नहीं मिलता है. उस नंबर पर आम तौर पर सीनियर और अनुभवी खिलाड़ियों को मौका दिया जाता है. मैं खुशनसीब हूं कि मुझे उस स्थान पर बल्लेबाजी का मौका मिला.
भारतीय अंपायरों को नहीं मिलता सम्मान: टफेल
साइमन ने अपने साक्षात्कार में साफतौर पर कहा है कि भारतीय खिलाड़ी भी अपने घरेलू अंपायरों पर भरोसा नहीं रखते हैं और भले ही भारतीय अंपायर आईसीसी पैनल में न हों, लेकिन उनमें भरपूर क्षमता है और पिछले कुछ समय में इस दिशा में काफी तरक्की देखने को मिली है.
मैदान पर अपने सटीक निर्णय के लिये मशहूर अंतरराष्ट्रीय अंपायर साइमन टफेल ने कहा है कि भारतीय प्रशंसकों और खिलाड़ियों में घरेलू अंपायरों के लिये सकारात्मक रुख और भरोसे की कमी दिखती है, जिसे बदलने की जरूरत है. क्रिकेट में सबसे मजबूत टीमों में एक भारत और दुनिया के सबसे अमीर और रसूख वाले क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का इस खेल में भले ही सबसे अधिक दबदबा हो, लेकिन भारत का एक भी अंपायर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के एलीट अंपायर पैनल का हिस्सा नहीं है. साइमन ने अपने साक्षात्कार में साफतौर पर कहा है कि भारतीय खिलाड़ी भी अपने घरेलू अंपायरों पर भरोसा नहीं रखते हैं और भले ही भारतीय अंपायर आईसीसी पैनल में न हों, लेकिन उनमें भरपूर क्षमता है और पिछले कुछ समय में इस दिशा में काफी तरक्की देखने को मिली है. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात को देखकर निराशा होती है कि खिलाड़ियों और प्रशंसकों में ही अपने अंपायरों के प्रति सकारात्मक रुख नहीं है. आईसीसी अंपायर एंड परफॉर्मेंस प्रबंधक के तौर पर भारतीय अंपायरों को प्रशिक्षण दे रहे टोफल ने कहा कि घरेलू अंपायरों को अपने ही खिलाड़ियों से वह सम्मान नहीं मिलता, जो मिलना चाहिये.
वेस्ट इंडीज के विकेटकीपर फ्लेचर गिरफ्तार
वेस्ट इंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज आंद्रे फ्लेचर को यहां डोमिनिका एयरपोर्ट पर हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. 27 वर्षीय फ्लेचर अपनी घरेलू टीम विंडवर्ड आइलैंड के साथ डोमिनिका में अभ्यास करने आए थे. इसके बाद वह कहीं जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे, जहां उन्हें अरेस्ट किया गया. टीम के मैनेजर लोकार्ट सेबस्टियन ने कहा कि मुझे फ्लेचर की गिरफ्तारी की जानकारी है और बतौर टीम मैनेजर मैं अपना कर्तव्य निभाते हुए उनका समर्थन करूंगा. फ्लेचर वेस्ट इंडीज की ओर से कुल 15 वनडे मैच और कुल 75 टी20 मैच खेल चुके हैं. उन्होंने अपना आखिरी टी20 मैच इस वर्ष जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. इसके साथ ही, उनके खाते में प्रथम श्रेणी के 60 मैच भी दर्ज हैं.
बांग्लादेशी क्रिकेटर्स की पहली पसंद भारत
10 जून से टीम इंडिया का बांग्लादेश दौरा शुरू हो रहा है, लेकिन अब तक बांग्लादेश को भारत दौरा करने का मौका नहीं मिला है. साल 2000 में टेस्ट खेलने का दर्जा प्राप्त करने के बाद से करीब 15 साल हो गए हैं, लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक बांग्लादेश को यहां खेलने के लिए इनविटेशन नहीं दिया है. वहीं, बांग्लादेश के वनडे कप्तान मशरफे मुर्तजा ने भारत में खेलने की इच्छा जाहिर की है. भारत में खेलने के बारे में पूछे जाने पर एक इंटरव्यू के दौरान मुर्तजा ने कहा कि हम भारत में इंटरनेशनल सीरीज खेलना चाहते हैं. हम इसका इंतजार कर रहे हैं. हो सकता है कि एक वक्त हम भी भारत जाकर खेलें. बांग्लादेश ने भारत में अब तक मात्र तीन वनडे मैच खेले हैं, जबकि टेस्ट मैच एक भी नहीं खेला है. बांग्लादेश ने यहां 1990-91 में एशिया कप और 1998 में कोका-कोला ट्रायंगुलर सीरीज खेली थी.