लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी नेताओं के बीच नोकझोक रही है. ताजा मामले में यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर विवादित बयान दिया है. एक इंटरव्यू में दिनेश शर्मा ने बसपा प्रमुख को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे पॉलिटिकल डिप्रेसन की शिकार हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती चुनाव में हार की हताशा से अपना धैर्य और आपा खो रही हैं. जिसका असर न सिर्फ उनकी सेहत पर पड़ रहा है. बल्कि उनकी याददाश्त भी कम हो रही है. जिसके लिए उन्हें पॉलिटिकल टॉनिक की जरुरत है.
वहीं दूसरी तरफ बसपा प्रमुख ने बीजेपी पर हल्ला बोलते हुए कहा कि केंद्र की सरकार तानाशाही सरकार है और वह विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं को डराने के लिए तरह-तरह के कदम उठा रही है. इस दौरान वे पीएम मोदी पर भी हमलवार नज़र आई. उन्होंने एक प्रेस कन्फ्रेसं के दौरान कहा कि नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप केस पर चुप रहे और अब इस मामले के जरिए गंदी राजनीति खेलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि लोकसभा चुनावों में उन्हें और उनकी पार्टी को फायदा मिल सके. यह बेहद शर्मनाक है. जब उन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपनी पत्नी को छोड़ दिया तो फिर वो दूसरों की बहनों और बहुओं का सम्मान कैसे कर सकते हैं. मुझे तो ये भी मालूम चला है कि भाजपा में खासकर विवाहित महिलाएं अपने आदमियों को श्री मोदी के नजदीक जाते देखकर ये सोचकर भी काफी ज्यादा घबराती रहती हैं कि कहीं ये मोदी अपनी औरत की तरह हमें भी अपने पति से अलग ना करवा दे.
गौरतलब है कि बीते रविवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आड़े हाथों लिया था. इस दौरान पीम मोदी ने अलवर गैंग रेप को लेकर मायावती को चैलेन्ज करते हुए राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही थी. इसके साथ ही उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन पर भी सवालिया निशान खड़े किये थे.