इस बार प्रधानमंत्री जी ने अपनी मनकी बात में भारत जोडो की अपील की है ! मै बचपन से ही राष्ट्र सेवा दल के सैनिक होने के कारण और मुख्यतः साने गुरूजीने शुरू किया आंतर भारती संकल्पना हमे होश आया तबसे हमारी कोशिश रही है कि भारत के सभी भाषाओं का एक दुसरे को परिचय हो संस्कृति, खानपान, वेश-भुषा ,आचार- विचार का परिचय होने के लिए एक प्रदेश के बच्चों को दुसरे प्रदेश के घर-परिवार में रहने के, तथा एक दूसरे की भाषा और अन्य रीतिरिवाजों के परिचय होने के लिए विशेष कार्यक्रम किये है ! मुख्यतः आपके अपने गृह राज्य गुजरात के पूर्व मंत्री सनतभाई मेहता की अध्यक्षता में ! आपका राजनीति के क्षेत्र में आगमन होने के पहले काफी कार्यक्रम किये है !

 

लेकिन जिस राम के नाम पर आपके बुजुर्ग नेता लालकृष्ण अडवाणी के आंदोलन के रथपर सवार होकर आपने आज यह मुकाम हासिल किया है ! वह भारत जोडो के लिए सबसे ज्यादा हानी पहुचाने वाला सिध्द हुआ है ! और उसी समय हमारे बाबा आमटे अपनी रीढ की हड्डियों के और अन्य बिमारियों के मरीज होने के बावजूद स्ट्रेचर पर लेट कर ! एक बार कन्याकुमारी से कश्मीर !

और दुसरा नाॅर्थइस्ट से आपके गृहराज्य गुजरात के ओखा तक ! आंतरभारती के द्वारा भारत जोडो का नारा बुलंद करते हुए, लगभग संपूर्ण भारत की शेकडो युवाओं को लेकर सायकिल यात्रा किये है ! जब की आप लोगों द्वारा भारत को बाँटने वाली, रथयात्राओके द्वारा ! भारत के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की प्रक्रिया को गति प्रदान करने के लिए रथयात्रा और शिलापूजाओ के आयोजनों में मस्त थे !

भारत मे एक चौथाई आबादी अल्पसंख्यकों की होने के कारण ! आपके दल और उसके मातृ संगठन संघ की हिंदुत्व की संकल्पना लेकर गत पैतीस सालों सेभी ज्यादा समय से आप लोगों के चल रहे विभिन्न आयोजन, फिर वह मंदिर के लिए या गाय को लेकर ,या सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए नागरिक बिल का ही मुद्दा लीजिए ! इसमे भारत जोडो के लिए कौनसा फेविकोल है ? जिससे भारत जूडेगा या टूटेगा ? क्योंकि आप 2002 के अक्तूबर मे गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद सव्वासौ दिनोके, भितर 27 फरवरी के गोधरा के हादसे के बाद ! जो भी कुछ आप के मुख्यमंत्री रहते हुए आपने होने दिया ! उसमें भारत के जोडने के लिए कोई गुंजाइश थी और तभी तो आपको डिवाइडर चिप इन इंडिया के नाम पर संपूर्ण विश्व में आपकी छवि बनी हुई है और कितने देशोने अपने देश मे आपको आने की मनाही की थी वह भारत जोडो के लिए या तोडने के लिए ?

हालाँकि आपने मुख्यमंत्री के शपथग्रहण मे राज्य के लोगों को आश्वस्त किया था ! कि मैं नरेंद्र दामोदरदास मोदी आज से, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप मे शपथ लेते हुए, गुजरात के सभी लोगों के लिए ,बगैर किसी भेदभाव से अपने पद का वहन करूंगा ! और शपथ के शब्द गुजरात के वातावरण में गुंजते हुए 27 फरवरी से एक महीने से भी ज्यादा समय तक जो तांडव आपके अपने ही दल के विभिन्न पदाधिकारियों से लेकर मंत्री ,खुद गुजरात के दंगे में शामिल थे ! यह विभिन्न जाँच और पत्रकारिता के माध्यम से संपूर्ण विश्व को मालुम है !

चलिए आप मुख्यमंत्री थे आपसे गलतियाँ हो गई ! लेकिन 135 करोड जनसंख्या के समस्त भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद ? उसके भी पहले आपने राष्ट्रपति के सामने शपथ लेते हुए फिर वही शपथ को दोहराने का काम कर के ! संपूर्ण भारत की जनता की जानमाल और सम्मान का आश्वासन दिया था ! लेकिन चंद दिनों के भीतर माॅबलिंचिग शब्द जो कभी आजसे नब्बे साल पहले के जर्मनी में यहूदियों को हिटलर के एस एस के स्वयंसेवकों द्वारा मारनेके तरीके का हूबहू भारत के इतिहास में पहली बार गोमांस को लेकर,मुसलमानों की ओफिसियली सव्वासौ लोगों की जानें ली गई है ! अन ऑफिशियल बात अलग! फिर आपके ही दल के विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री लव-जेहाद और धर्म परिवर्तन के नाम पर ओफिसियली बिल लाकर कौनसे भारत के जोडने का काम कर रहे हैं ?

डॉ बाबा साहब अंबेडकर ने तो भारत के जाति और धर्म की दिवारो को मिटाने के लिए एकमात्र उपाय आंतरधर्मीय , आंतरजातीय शादीया यही सही उपाय बताया है ! और हम राष्ट्र सेवा दल के लोग, इस कार्यक्रम को अपने व्यक्तिगत जीवन में अमलमे लाने का काम कर के ! अभियान भी चलाया करते हैं ! लेकिन आप भारत जोडो बोल रहे हो ! और आपके स्वयंसेवक ऐसी शादी करने वाले लोगों के उपर हमला करने से लेकर बहिष्कृत करने के कार्यक्रम आये दिन कर रहे हैं ! तो क्या इससे भारत जोडो के लिए कौनसा फेविकोल का काम कर सकता ?

आप बचपन से ही जिस संगठन से तैयार होकर निकले हैं ! मैं भी 1965-66 मे शिंदखेडा (आपने अपने प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रचार की पहली प्रचार सभा 2013 में यही से शुरू की है ! ) की संघ की शाखा में मैंने जाना शुरू किया ! और एक महीने से भी कम समय में मेरे मुसलमान मित्रों ने भी आने की इच्छा जाहिर की ! तो मैंने स्थानीय शाखा चालक से पुछा ,तो उन्होंने शिंदखेडा के संघ प्रमुख से पुछा ! तो उन्होंने कहा कि दशहरे के दिन खान्देश के संघ प्रमुख श्री नानाजी ढोबळ अपने संघ स्थापना दिवस के दिन आ रहे हैं ! उन्हें पूछकर निर्णय लेंगे ! दशहरे के दिन खान्देश के संघ प्रमुख श्री नानाजी ढोबळ आये ! उन्होंने संघ वृद्धि के लिए बहुत ही अच्छा भाषण दिया ! और उनके संबोधन के पस्चात प्रश्नोत्तर का सेशन था ! तो मैंने सबसे पहले हाथ उठाकर प्रश्न पूछने की प्रार्थना की !

तो शिंदखेडा संघ प्रमुख ने बोलने की इजाजत देने के बाद, मैंने श्री नानाजी ढोबळ जी को पुछा कि आप ने अपने संबोधन में संघ वृद्धि की बात की है ! और मै कुछ दिन हो रहे, मेरे कुछ मित्रों को संघ की शाखा में लाने का प्रयास कर रहा हूँ ! लेकिन शिंदखेडा के संघ प्रमुख ने कहा था कि ,आप दशहरे के दिन संघ स्थापना दिवस पर प्रमुख अतिथी के रूप में आ रहे हैं ! तो आप से पूछकर निर्णय लेंगे ! तो शिंदखेडा संघ प्रमुख ने नानाजी ढोबळ के कानमे कुछ कहा ,मैं सभा में दूर बैठा था इसलिये मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया ! लेकिन नानाजी ढोबळ ने कहा कि तुम नीचे बैठ जाओ ! तो मैंने कहा कि मेरे सवाल का जवाब का क्या ? तो नानाजी ढोबळ ने कहा कि संघ के अनुशासन में वरिष्ठ जब भी कुछ कहते हैं ,स्वयंसेवकों को उसे मानना पडता है ! तो भी मैंने साहस इकठ्ठा कर के दोहराया कि मैं इतने दिनों से आज की प्रतीक्षा में था ! और आप मेरे सवाल का जवाब देने की जगह, मुझे बैठने के लिए कह रहे हैं ! तो नानाजी ढोबळ ने कहा कि जो स्वयंसेवक संघ के अनुशासन का उल्लंघन करता है ! उसे अभी सिर्फ सभा से निकल जाने की शिक्षा देते हैं !

तो मैंने कहा , कि मैं तो संगठन के लिए कुछ स्वयंसेवकों को लाने के लिए ही प्रयास कर रहा था ! और वरिष्ठ लोगों के व्यवहार से मै बहुत दुःखी होकर उस सभा से बाहर आकर, काफी अपमानित महसूस कर रहा था ! तो किसी ने कहा कि शिंदखेडा के पस्चिमी दिशा में एक हरिजन वस्तिगृह के प्रांगण में भी एक शाखा चलती है ! लेकिन उसके झंडे का रंग भगवा नहीं है तिरंगा है ! और उसमें कुदाल फावड़ा और कोई मशीन का चक्र का समावेश है ! मैं उस शाम हरिजन वस्तिगृह के प्रांगण में जाकर खडा रहा ! तो संचालक प्रभाकर पाटील नाम के पूर्ण समय कार्यकर्ता थे ! जो राष्ट्र सेवा दल के संघटक भी थे ! तो उन्होंने कहा कि अरे तुम तो संघ की शाखा में जाते होना ? मैंने कहा कि जाता था ! लेकिन उनके पदाधिकारियों ने मुसलमान मित्रों को लेकर जाने के लिए मुझे संघ से निकाल दिया !

तो प्रभाकर पाटील ने कहा कि तुम देख रहे हो इस शाखा में सभी जातियों और धर्मों के लोग शामिल होते हैं और लडकियों को भी इसमें लडको के साथ-साथ शामील किया जाता है यहाँ जाँत-धर्म, लिंग भेद नहीं होता है तो तुम और तुम्हारे मुसलमान मित्रों को भी शामिल कर सकते हो ! मेरे राष्ट्र सेवा दल के शामिल होने के सबसे प्रमुख कारण है ! कि भारत के सभी संप्रदायों का सर्व समावेश करने से ही भारत जोडो के लिए वातावरण पैदा होगा ! नाही हिंदू-मुस्लिम, शिख, इसाई, दलित, सवर्ण और भारत के सभी प्रदेशों के लोगों को अपने मानना !

परसोसे मीराबाई ने भारोत्तोलन का टोकियो ओलिंपिक में प्रथम दिन ही पदक जीतने के नाम पर भारत में काफी खुशियाँ मनाने का क्रम जारी है ! बहुत ही अच्छी बात है ! लेकिन इन्हीं नाॅर्थइस्ट प्रदेश के बच्चों को दुसरे प्रदेश और मुख्यतः राजधानी दिल्ली में चीनी बोलकर माॅबलिंचिग करने के प्रसंग किस बात के परिचायक है ? हमारे देश के वर्तमान प्रधानमंत्री बचपन से ही जिस संगठन से तैयार होकर निकले हैं ! उस संगठन को 2025 में सौ साल पूरे हो रहे हैं ! लेकिन 1925 के दशहरे के दिन से आजादी के लडाई से लेकर हमारे देश की सबसे घृणास्पद जाति व्यवस्था के खिलाफ संघ का क्या काम है ?

1936 के अक्तूबर के दिन येवला की सभा में डॉ बाबा साहब अंबेडकर ने जातिव्यवस्था से तंग आकर घोषणा की कि मैं हिंदू धर्म मे पैदा तो हुआ हूँ लेकिन मरने के पहले हिंदू धर्म का त्याग अवश्य करूँगा ! और बीस साल बाद इसी नागपुर के दीक्षा भूमि पर दशहरे के दिन 1956, संघ की स्थापना के इक्कीस साल के दिन अपने लाखो अनुयाइयों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली ! और वह सिलसिला जारी है ! और संघ की शाखा में कहा जाता है कि एक हाथ में तलवार और दुसरे हाथ में कुरान लेकर भारत मे इस्लाम का आगमन हुआ है ! अगर यही बात थी तो तब भी भारत की हिंदु आबादी अस्सी प्रतिशत थी और आज भी है ! जो भी धर्म परिवर्तन हुआ है वह बाबा साहब ने कहा वैसे घृणास्पद जाति व्यवस्था से तंग आकर हुआ है और यह बात स्वामी विवेकानंद ने खुद दक्षिण भारत के प्रवास में कहीं है !

लेकिन जाति व्यवस्था के खिलाफ संघ का एक भी योगदान नहीं है ! उल्टा पाँच हजार साल पुरानी मनुस्मृति का महिमामंडित करने के काम में गोलवलकर से लेकर ,वर्तमान संघ प्रमुख ने पाँच अगस्त अयोध्या के राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में सबसे प्रमुख मनुस्मृति के ब्राह्मण की श्रेष्ठता का श्लोक कहकर संपूर्ण विश्व को क्या संदेश दिया ? इन सौ साल से दलितों और पिछड़ों, महिला अत्याचार के कितने प्रसंग हुए ? संघ ने किसी भी पीडितके के लिए क्या किया ? फिर भारत जोडो यह घोषणा कर के कैसे जोडो अभियान होगा ? गत एक साल से किसान अपने खेत और खेती बचानेकी लडाई लड रहे ! और संघ के और बीजेपी के लोग उसे खलिस्तानी और पाकिस्तानी समर्थक और क्या-क्या गालियाँ दे रहे हैं ? फिर भारत जोडो का क्या ? किसानों की जनसंख्या भारत की आधी से भी ज्यादा आबादी की है ! इतनी बड़ी संख्या में आंदोलन करने वाले लोगों के उपर इस तरह के आरोप लगा कर कैसे भारत जोडो होगा ?

आपने दोबारा सत्ता सम्हलने के तुरंत बाद ही नागरिकता संशोधन कर के भारत जोडो होगा ? आसाम से लेकर संपूर्ण भारत मे उसके खिलाफ लोगों ने विरोध किया तो संघ के लोगों को देशद्रोही नजर आने लगे ! तो हमारे देश के लोग कुछ भी सवाल लेकर विरोध के लिए आंदोलन करने वाले लोगों के उपर देश द्रोही करार देने की बात कौन से भारत जोडो मे आती है ? विश्व विद्यालय की फीस बीस गुना बढानेका काम किया तो रोहित वेमुला से लेकर कन्हैया कुमार सभी विद्यार्थियों को देशद्रोही करार दिया ! और अभिनव भारत के सभी बैठको मे भारत के संविधान को नकार ने से लेकर ,तिरंगा झंडे की जगह पर भगवा झंडे की वकालत करने वाले ! और उसके लिए इस्राइल से एक्साइल सरकार की स्थापना के लिए ,पत्र लिखकर इजाजत मांगने वाले(मालेगाँव विस्फोट केस के आरोप पत्र मे जो लिखा है ! और वह केस अभिभी कोर्ट मे चल रहा है !) लोगों को भारत की संसद सदस्य बनवाकर कौनसा भारत जोडो होगा ?

गत सात साल से समस्त इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया को, आपने अपने भाट बनने के लिए मजबूर किया है ! और कोई एन डी टी वी या भास्कर ,हिंदू कुछ हिमाकत करने की कोशिश करते हैं ! तो इडी, सीबीआई, आई बी, एन आई ए द्वारा नकेल कसकर ,कौनसा भारत जोडो होगा ? विरोधियों के घर, ऑफिस तथा कारोबार पर इसी तरह के रेड डालकर उन्हें अपने तरफसे करने की कृति और राज्यपालों की मदद से अपने दल की सरकारों को बनवाने की कृति कौनसा ? भारत जोडो के लिए वातावरण पैदा करने की कृति है ? दलितों, आदिवासी, महिला एवं बाल अत्याचार के लिए काम करने वाले लोगों के उपर देश द्रोही करार देने की बात कौन से भारत जोडो मे आती है ? और अंतिम बात भारत की एक चौथाई आबादी जिसमें अल्पसंख्यकों की संख्या सबसे ज्यादा है क्या आपको लगता नहीं कि छप्पन इंची छाती का जुमला उछालकर ,और गुजरात, मुजफ्फरनगर, दिल्ली जैसे दंगे करवाने के बाद भारत जोडो का नारा बुलंद होगा ?
इतनी बड़ी संख्या में लोग असुरक्षित मानसिकता मे डाल देने से सही मायनों मे भारत जोडो होगा ?

माननीय प्रधानमंत्रीजी आपके मन की बात ने भारत को जोड़ने हेतु अपने जीवन का अर्धशतक से भी ज्यादा समय हो रहा है भारत जोडो के प्रयास आंतर भारती से लेकर राष्ट्र सेवा दल के माध्यम से कोशिश करने वाले एक सैनिक के कुछ सवाल का जवाब देने का कष्ट करेंगे इस उम्मीद के साथ
आपका
डॉ सुरेश खैरनार

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