चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी और उन्होंने इस मुद्दे पर कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ नेताओं ने पार्टी में उनके शामिल होने पर आपत्ति जताई है, जबकि अन्य ने इसका समर्थन किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि वह पार्टी के लिए लाभकारी होंगे। सूत्रों ने कहा कि निर्णय सोनिया गांधी को लेना है।

प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने को लेकर सोनिया गांधी कई वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगी, जिनमें से कई इसके विरोध में हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को छोड़ कर आए प्रशांत किशोर की जुलाई में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ कई बैठकें हुई थी जहां पार्टी में उनकी भूमिका को लेकर विस्तार से चर्चा हुई थी।

PK पर तकरार की 4 वजहें
1.
 आगामी चुनावों में प्रशांत किशोर की अगुआई में अलग कमेटी बनेगी या फिर वह कांग्रेस के मौजूदा सिस्टम के तहत ही काम करेंगे।
2. कुछ लीडर्स का कहना है कि PK की वाइल्ड कार्ड एंट्री से पार्टी को फायदा नहीं मिलेगा।
3. ऐतराज जाहिर करने वालों का कहना है कि सोनिया-राहुल और प्रियंका को लीडर्स और वर्कर्स को सुनना चाहिए और उनके साथ काम करना चाहिए, जो कि पार्टी में बंद हो चुका है।
4. एक नेता ने कहा कि प्रशांत किशोर के पास जादू की छड़ी नहीं। इसके अलावा उन्हें पार्टी का कल्चर और उसकी सोच को अपनाने में भी मुश्किल आएगी।

PK के फेवर में जा रही बातें
1.
 राहुल और प्रियंका गांधी को PK पर इसलिए ऐतराज नहीं है, क्योंकि दोनों के साथ PK ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साथ काम किया था। हालांकि, तब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी साथ थी, लेकिन नतीजे इस गठबंधन के पक्ष में नहीं गए थे।
2. बंगाल और तमिलनाडु में तृणमूल और DMK के लिए रणनीति PK ने बनाई और इस सफलता से प्रभावित कुछ कांग्रेस लीडर्स का मानना है कि PK को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।

कांग्रेस को PK की जरूरत क्यों?
सूत्र का कहना है कि चुनावी हारों के सिलसिले ने कांग्रेस आलाकमान को परेशान कर रखा है। अब पार्टी को नई सूरत और सोच की जरूरत है। इसके अलावा अहमद पटेल की मृत्यु के बाद सोनिया गांधी को एक सलाहकार की जरूरत है और यही तलाश उन्हें PK तक ले आई है। जुलाई में जब प्रशांत किशोर सोनिया, राहुल और प्रियंका से मिले थे, तब भी उनके रोल को लेकर लंबी चर्चा हुई थी। PK ने ऐसे कई प्लान शेयर किए, जिन्हें पार्टी में अपनाए जाने की जरूरत है।

कांग्रेस का गेम प्लान क्या है?
सूत्रों के मुताबिक, सोनिया, राहुल, प्रियंका ने पार्टी के लिए बड़ा गेम प्लान बनाया। इसकी चर्चा जुलाई में हुई मीटिंग के दौरान प्रशांत किशोर के साथ भी हुई। कांग्रेस लोकसभा चुनावों में प्रशांत किशोर का बड़ा रोल चाहती है, ताकि वह निर्णायक लड़ाई के लिए पार्टी को तैयार कर सकें।

सूत्रों ने कहा कि पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठन में बदलाव की मांग करने वाले पार्टी के 23 नेताओं के समूह के भी प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर आपत्ति जताए जाने की जानकारी है। सूत्रों ने बताया कि इन नेताओं के बीच इस मामले पर एक बैठक में चर्चा हुई थी। प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने और चुनाव प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका संभालने की चर्चा के बीच उन्होंने हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात की थी. हालांकि, मामला लंबित है क्योंकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

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