नई दिल्ली. सरकार द्वारा संसद शीतकालीन सत्र (winter session of parliament) में तीनों कृषि कानून निरस्त (agricultural laws repealed) किए जाने और अन्य लंबित सभी मांगों को मान लेने की सहमति के बाद गुरुवार को किसानों ने अपने आंदोलन (Kisan Andolan) को स्थगित करने का फैसला लिया. साल भर से ज्यादा चले इस आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक रहे राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आंदोलन स्थगित करने के ऐलान के बाद कहा कि अब हम विजय के साथ अपने गांवों की तरफ जाना शुरू होंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Andolan) की अहम बैठक के बाद किसान नेता अपने फैसले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुए. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबसे आखिर में किसान नेता राकेश टिकैत बोले. टिकैत ने कहा कि आज हम दो-तीन चीजें इकट्ठी करके जाएंगे. हम यह स्पष्ट कर दें कि संयुक्त किसान मोर्चा था, है और रहेगा. जब भी देश में मोर्चा या उससे जुड़े लोग कहीं भी जाएंगे तो उन्हें उसी सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा, क्योंकि पूरा मोर्चा यहां से जा रहा है.
किसान आंदोलन स्थगित, 15 तारीख को होगा संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आखिरी फैसला
उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर से बॉर्डर खाली होना शुरू हो जाएंगे. कुछ लोग आज से ही वापसी कर जाएंगे और बाकी दो-तीन दिन में सामान हटाने का वक्त लगेगा तो पूरे बॉर्डर खाली हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम विजय के साथ अपने गांव जाना शुरू होंगे.