शहीदों के पार्थिव शरीर को श्रीनगर से लाने के लिए भारतीय वायुसेना के सी-17 ट्रांसपोर्टर एयरक्राफ्ट को रवाना किया जा रहा है. शहीदों के शव को पहले दिल्ली लाया जाएगा. यहां श्रद्धांजलि देने के बाद उनके शव उनके घरों के लिए रवाना किए जाएंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे शहीदों को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे. गाजियाबाद हिंडन एयरबेस से वायुसेना का ग्लोबमास्टर श्रीनगर के लिए रवाना हो गया है. शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को पालम एयरपोर्ट लाया जाएगा, यहां से ही उनके पार्थिव शरीरों को उनके घरों के लिए भेजा जाएगा. शहीद जवानों में सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश के जवानों की है.
पुलवामा हमले पर डोजियर तैयार करेगी मोदी सरकार
सूत्रों की मानें तो भारत सरकार पुलवामा हमले पर डोजियर तैयार कर सकती है. जिसमें ये सबूत दिए जाएंगे कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है. इसके जरिए कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग किया जाएगा. केंद्र सरकार एक तरफ पाकिस्तान के खिलाफ डोजियर तैयार करेगी, तो वहीं आतंकियों के खिलाफ भी बड़ा एक्शन लिया जाएगा.

शुरू हुई CCS की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक शुरू हो गई है. ये बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हो रही है. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं. CRPF के DG भी इस बैठक में शामिल हुए हैं. NSA अजित डोभाल, सेना प्रमुख बिपिन रावत भी इस अहम बैठक में हिस्सा ले रहे हैं.

NIA, NSG और CFSL की स्पेशल टीम आज श्रीनगर पहुँच रही पहुंच रही है। सुबह सवा नौ बजे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक भी होगी, इसमें बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इसके साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह सुबह अधिकारियों के बड़े दस्ते के साथ 11 बजे श्रीनगर जा रहे हैं।

आतंकवादियों का ये Whats ap के ज़रिये एक दूसरे से बात कर रहा था। हमले वाली जगह आतंकियों की एक और टीम मौजूद था। सूत्र सीआरपीएफ के काफिले के मूवमेंट की जानकारी लीक हुई, इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां तेजी से जांच कर रही हैं। इसके साथ ही सुसाइड हमलावर के विस्फोटक स्वीच के अवशेषों की भी तलाश की जा रही है। इस सिलसिले में एजेंसियों ने त्राल और पुलवामा में 2 दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की है।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार शाम बड़ा आतंकी हमला हुआ है, एक आतंकी द्वारा किए गए इस आत्मघाती हमले में 42 जवान शहीद हो गए हैं. जबकि 40 से ज्यादा जवान घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में कुछ जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार शहीद जवानों की संख्या अभी और बढ़ सकती है.श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर अवंतीपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाकर यह हमला किया. इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से भरे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें  42 जवान शहीद हो गये. बताया जा रहा है कि उरी अटैक के बाद यह पहला सबसे बड़ा आतंकी हमला है. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। पुलिस का कहना है कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. बताया जा  रहा है कि धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और जवानों के क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक फैले हुए थे. पुलिस अधिकारीयों के मुताबिक घटना श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में हुई.

पुलवामा में सुरक्षाबलों के काफिले पर हुए हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक मानी जा रही  है.बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों का काफिला जब गुजरता है तो उस दौरान हाईवे पर आम लोगों की आवाजाही रोकी नहीं जाती और आतंकियों ने इसी का फायदा उठाते हुए इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया.

सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि एक छोटी गाड़ी में फिदायीन हमलावर बैठा हुआ था और उसने विस्फोटक से भरी गाड़ी से सुरक्षाबलों की बस को टक्कर मार दी. बताया जा रहा है कि विस्फोट इतना तेज था कि उसकी आवाज तकरीबन पांच किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी. इसके साथ ही आतंकियों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर ग्रेनेड से भी हमला किया.

जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ की 54वीं बटालियन पर  हमला उस समय हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 78 गाड़ियां शामिल थीं और 2547 जवान उसमें सवार थे. इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ चल रही थी.

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