रोजगार की मांग को लेकर सेंचुरी के सैकड़ों मजदूर इंदौर पहुंचे,रैली निकाली श्रम आयुक्त और संभागायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन, दिया धरना
इंदौर, पिछले 45 महीनों से आंदोलनरत सेंचुरी के श्रमिक आज सुबह इंदौर पहुंचे और उन्होंने लोहा मंडी से कमिश्नर कार्यालय तक रैली निकाली तथा बाद में श्रम आयुक्त कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और दिन भर धरना दिया।
मेधा पाटकर के नेतृत्व में हुए इस धरने और प्रदर्शन में 400 से ज्यादा मजदूर और महिलाएं शरीक थी। दिन भर चले इस धरना प्रदर्शन में विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि बिरला मैनेजमेंट द्वारा फर्जी तरीके से मील की बिक्री की गई है और मजदूरों को जबरिया तरीके से वीआरएस दिया गया है जो हमें मंजूर नहीं है। यही बात उन्होंने श्रम आयुक्त से मिलकर भी कहीं और कार्यवाही की मांग की। मजदूरों का कहना था कि मध्य प्रदेश सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और मजदूरों का रोजगार बचाना चाहिए तथा पूरे फर्जी सौदा की भी जांच की जाना चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल में मेधा पाटकर के साथ नवीन मिश्रा, संजय चौहान, राजेश खेते, श्रीमती ज्योति भदाने सहित विभिन्न मजदूर प्रतिनिधि शरीक थे। श्रम आयुक्त ने आश्वस्त किया कि जो भी कानूनी कार्रवाई होगी और मजदूरों का रोजगार बचाने की कोशिश होगी। इसी तरह विभिन्न मुद्दों की चर्चा करते हुए संभागायुक्त से भी मेधा पाटकर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मिला, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया की जो भी फर्जीवाड़ा होगा उसको पूरी तरह से दूर किया जाएगा तथा मजदूरों को रोजगार दिलाने में जो भी संभव होगी सहायता दी जाएगी।
श्रम आयुक्त महोदय इंदौर और आयुक्त महोदय इंदौर, इन दोनों आयुक्त के पास बिरला मैनेजमेंट और मनजीत ग्लोबल का जबरदस्त पोल खोल शुरू हो गया। अब इनका फर्जीवाड़ा लंबे समय तक नहीं चलने वाला है। मीटिंग खत्म होने के बाद श्रम आयुक्त कार्यालय के सामने रात 8:00 बजे सभी मजदूरों ने सौगंध खाते हुए यह प्रतिज्ञा की कि इन दोनों कंपनियों के फर्जीवाड़े की सभी परते जब तक उजागर नहीं हो जाएंगी तब तक हम अपने आंदोलन को स्थगित नहीं करेंगे।