हिमाचल प्रदेश में बारिश से लोगों का बुरा हाल है. सूबे के कई हिस्सों में वर्षाजनित हादसों में अब तक 8 लोगों की मौत हुई है. तो वहीं कई गांवों का संपर्क टूट गया है. साथ ही लैंड स्लाइड्स और फ्लैश फ्लड के कारण 323 रास्तों और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5 पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड और राजस्थान के कई हिस्सों में भी बाढ़ और बारिश से सार्वजनिक संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है.
मिली जानकारी के मुताबिक शिमला के आरटीओ कार्यालय के पास भूस्खलन की घटना में तीन लोगों के दबे होने की आशंका है. इसके अलावा इस घटना में एक अन्य शख्स के मलबे में दबे होने की बात कही जा रही है. वहीं, बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिरने के कारण एक मजदूर की भी मौत हुई है. मृतक मजदूर की पहचान शाह आलम नाम के शख्स के रूप में हुई है, जो बिहार के किशनगंज का रहने वाला था. साथ ही कुल्लू जिले के रोहरू में भूस्खलन के कारण 1 शख्स की मौत हुई है. बारिश के कारण गिरे एक पेड़ की चपेट में आने से 2 नेपाली नागरिक मारे गए हैं, वहीं चंबा में भी बाढ़ के पानी में बहने से एक शख्स की मौत हो गई.
रविवार को किन्नौर जिले के रिब्बा इलाके में बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है.इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं के कारण 323 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही रुक गई है. आकड़ों के मुताबिक कांगड़ा जिले में अब तक सबसे अधिक बारिश हुई है. यहां 118 एमएम बारिश होने की बात कही गई है. इसके अलावा धर्मशाला में 115 एमएम, डलहौजी और चंबा में 73 एमएम बारिश दर्ज हुई है.
हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड में भी भारी बारिश से लोगों का बुरा हाल है. एतिहातन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में काफी नुकसान हुआ है. बारिश और बाढ़ के मध्येनजर प्रशासन ने उत्तरकाशी में रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ, रेड क्रॉस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की तैनात की है.जिन्हें इलाके में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कहा गया है.