झारखंड से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां नौकरी जाने के डर से एक स्थानीय बीजेपी नेता के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना झारखंड के जमशेदपुर की है.

बताया जा रहा कि मृतक आशीष कुमार खड़ंगाझार में टाटा मोटर्स को पार्ट्स सप्लाई करने वाली एक कंपनी में कम करता था. लेकिन आर्थिक मंदी की वजह से टाटा मोटर्स में इन दिनों ब्लॉक क्लोजर चल रहा है जिसकी वजह से पार्ट्स सप्लाई करने वाली कंपनियों से हजारों कर्मचारियों को निकाला जा चुका है और काफी संख्या में लोगों को अल्टीमेटम दिया गया है

आशीष के पिता कुमार विश्वजीत ने बताया कि टाटा मोटर्स में प्रोडक्शन बंद होने से आशीष की कंपनी पर सीधा असर पड़ रहा था. जिसे लेकर आशीष काफी चिंतित था. आशीष के पिता ने बताया कि आशीष उनसे कहता था कि नौकरी जाने डर से उसके मन में आत्महत्या करने के ख्याल आते हैं.हालाकिं उन्होंने उसे समझाने की लाख कोशिश की लेकिन नौकरी जाने का डर आशीष ने बीते शुक्रवार रात अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी.

हालांकि आशीष के घर से पुलिस को किसी भी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. तो वहीं इसे लेकर आशीष के पिता का कहना है कि रोज़-रोज़ नौकरी जाने के डर से तंग आकर उनके बेटे ने मौत को गले लगा लिया.

गौरतलब है कि देश का ऑटो सेक्टर इन दिनों मंदी की मार झेल रहा है. अगर आकड़ों पर नजर डालें तो अब तक लाखों कर्मचारियों की नौकरियां जा चुकी हैं. ऐसे में जमशेदपुर में स्थित टाटा मोटर्स की बात करें तो सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने मासिक उत्पादन में लगभग 2,500-3000 यूनिट की कटौती की है, जो पहले 10,000- 12,000 यूनिट थी.जबकि सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का मानना है कि मिनीस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइज सेगमेंट को पिछले पांच महीनों में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जिस वजह से कंपनी ने यह फैसला लिया है.

मिली जानकारी के मुताबिक ऑटो कारोबार से जुड़ी सहायक इकाइयां इन दिनों घाटे में चल रही हैं. ऐसे में अब केवल कुशल लेबर को ही प्राथमिकता दी जा रही है. जिसके चलते बड़ी संख्या में बेरोजगार बढे हैं.

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