भोपाल। कोरोना महामारी से टूटे लोगों के ऊपर अब ब्लैक फंगस की मार पड़ी हुई है। कोविड से कई गुना महंगे इलाज के लिए लोग परेशान भी और दवाओं की अनुपलब्धता को देखकर हैरान भी। सरकार सिर्फ ऐलानों और घोषणाओं से ही अपने कर्म की इतिश्री कर रही है। इस बेशर्मी को त्याग को सरकार को जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
मप्र कांग्रेस कमेटी सचिव चौधरी वाहिद अली खान ने कहा कि करीब 15 दिनों से ज्यादा समय से प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी दवाओं का टोटा बना हुआ है। अस्पतालों ने इसके लिए तयशुदा इंजेक्शन लगाने की जिद पकड़ रखी है और बाजार में इसकी उपलब्धता नहीं है। चौधरी ने कहा कि सरकार ने कालाबाजारी रोकने के नाम पर इन इंजेक्शनों की सप्लाई अपने हाथों में ले रखी है, लेकिन समय पर जरूरत के मुताबिक इंजेक्शन न मिल पाने से हालात विकट बनते जा रहे हैं।
सोशल मीडिया से लेकर अखबार और न्यूज चैनल तक भयावह तस्वीरें दिखा रहे हैं लेकिन सरकार अपनी ढ़पली बजाने में ही व्यस्त दिखाई दे रही है। लगातार बिगड़ते हालात पर काबू न पाया गया तो आने वाले दिनों में कोविड से ज्यादा बुरे नजारे प्रदेश में दिखाई दे सकते हैं। चौधरी वाहिद ने कहा कि सरकार को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए ब्लैक फंगस जैसे महंगे इलाज के लिए लोगों को कालाबाजारियों के हाथों लुटने से बचाने की पुख्ता योजना बनाना चाहिए। ताकि महंगा इलाज भी तय दरों पर मरीज तक पहुंच सके।
उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मांग की है कि शहर और प्रदेशभर के फंगस के मरीजों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए, ताकि स्वस्थ प्रदेश का सपना साकार हो सके। उन्होंने लिखा है कि अपनी हठधर्मिता में प्रदेश को बीमार राज्य की तरफ बढ़ रही भाजपा की नींद अब भी नहीं खुली तो वह दिन दूर नहीं जब आमजन सड़कों पर आकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर देगा।