gayaमुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बिहार के पहले सिक्स लेन पुल के निर्माण की महत्वकांक्षी परियोजना पूरी हो गई, लेकिन इसके उद्घाटन पर खूब राजनीति हुई. एक पुल का दो बार उद्घाटन किए जाने के मामले को विरोधी दलों ने भी खूब उछाला. मगध की जीवन रेखा मानी जाने वाली फल्गु नदी पर बने सिक्स लेन पुल के एक लेन का उद्घाटन विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से रिमोट द्वारा किया था. वहीं दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पुल के दूसरे लेन का उद्घाटन किया है.

इस पुल के दोनों उद्घाटन समारोह विवादों में रहे. 15 जुलाई, 2015 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब पटना से रिमोट के द्वारा पुल के एक लेन का उद्घाटन किया था. तब क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने मानपुर की ओर से तथा दूसरे छोर से गया शहर के विधायक प्रेम कुमार ने जबरन फीता काटकर पुल का उद्घाटन करते हुए कहा था कि यह पुल केंद्र सरकार की राशि से बना है इसलिए इसका उद्घाटन करने का हक़ भारतीय जनता पार्टी के

नेताओं को है. 18 फरवरी, 2016 को इस पुल के दूसरे लेन का निर्माण कार्य पूरा होने पर उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसका उद्घाटन किया तो प्रतिपक्ष के नेता और गया शहर के विधायक प्रेम कुमार यह कहते हुए धरने पर बैठ गए कि उद्घाटन समारोह में प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है. समारोह में क्षेत्रीय संासद और विधायक को निमत्रंण नहीं दिया गया है. लेकिन प्रेम कुमार के धरने पर बैठने का कोई असर उद्घाटन समारोह पर नहीं पड़ा और न ही पुल निर्माण निगम के पदाधिकारियों ने इसे नोटिस में लिया.

प्रेम कुमार ने कहा कि केंद्र की राशि से निर्मित योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में एनडीए के नेताओं की उपेक्षा वर्तमान राज्य सरकार द्वारा की जा रही है. यहां तक कि गया नगर निगम की मेयर सोनी कुमारी को भी उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था. नालंदा, राजगीर, बिहार शरीफ़, नवादा, शेखपुरा, जमुई, खिजरसराय तथा मानपुर सहित पूर्वी क्षेत्रों को गया शहर से जोड़ने वाले इस सिक्स लेन पुल के निर्माण पर लगभग 65 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पुल की लबंाई 550 मीटर तथा चौड़ाई 26 मीटर है. हालांकि फल्गु नदी परइस पुल का निर्माण तो हो गया लेकिन मानपुर तथा गया शहर छोर पर एप्रोेच सड़क का निर्माण नहीं होने से दोनों ओर जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है. इस मामले को उद्घाटन समारोह में प्रदेश के पशुपालन मंत्री एवं वजीरगंज के विधायक अवधेश कुमार सिंह ने उठाया था. तब उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि पुल के दोनों ओर एप्रोच सड़क भी सिक्स लेन की बनाई जाएगी, जिससे कि लोगों के आवागमन में कोई परेशानी न हो. इस पुल का निर्माण शुरू से ही विवादों में रहा है.

निर्माण कार्य के दैारान करीब दो करोड़ की लागत से बने डायवर्सन के तुरंत टूट जाने पर भी लोगों ने इस पुल के निर्माण कार्य का ठेका लेने वाली कंपनी पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा था कि पुल का निर्माण गुणवत्ता के अनुसार नहीं होगा. स्पैन एंव स्लैव निर्माण के दौरान भी इस ठेका कंपनी पर सवाल उठाया गया था कि थोड़ी सी बचत के लिए कंपनी गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है. तब राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता तथा इस पुल निर्माण के प्रोजेक्ट मैनेजर ने अपने-अपने हिसाब से सफाई दी थी. गया शहर के विधायक और प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने बताया कि बिहार के पहले सिक्स लेन पुल के उद्घाटन समारोह में प्रोटोकॉल का जिस तरह उल्लंघन किया गया है उसे विधानसभा में उठाएंगे. वहीं दूसरी ओर गया नगर निगम की मेयर सोनी कुमारी पुल के उद्घाटन समारोह में मेयर को आमंत्रित नहीं करने को गया शहर का अपमान बताया.

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