नई दिल्ली : राजभवन द्वारा गठित कमिटी ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय 2012 में असिस्टेन्ट प्रोफेसोरों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर हुई धानदली की जाँच करते हुए अपनी रिपोर्ट महामहिम को सौंप दी है । कमिटी के अध्यक्ष जस्टिस महफूज आलम ने अपनी रिपोर्ट में नियुक्ति में शामिल तत्कालीन कुलपति सहित 57 शिक्षकों पर कानूनी करवाई का अनुसंसा किया है ।
दैनिक अखबार हिंदुस्तान के मुताबिक बी ए यू में साल 2012 में 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति हुई थी आरोप यह लगा की नियुक्ति के बदले 15 से 20 लाख रूपए की बोली लगी थी इसी लिए कम योग्यता वाले अभियार्थियों की नियुक्ति कर दी गयी , जबकि योग्य कैंडिडेट को साक्षात्कार और प्रोजेक्ट में बेहद कम अंक दे कर अयोग्य करार दिया गया ।
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