भोपाल। शहर के विस्ततम और बेशकीमती इलाके में स्थित एक संपत्ति कई लोगों के लिए कमाई का जरिया बनी हुई है। मालिकाना हक को लेकर आमने सामने मप्र वक्फ बोर्ड और नगर निगम की लड़ाई में स्वार्थी लोगों ने दुकानदारों पर अलग अलग तरीके से दबिश बना रखी है। कोई वक्फ कमेटी गठित कराने के नाम पर यहां वसूली कर रहा है तो किसी ने निगम के हवाले से यहां कमाई करने का मोर्चा खोल रखा है।

सूत्रों के मुताबिक हमीदिया रोड पर स्थित नवबहार सब्जी मंडी में करीब 162 छोटे दुकानदार बरसों से फल सब्जी आदि की बिक्री का काम कर रहे हैं। करीब 400 परिवारों को पालने वाली इस जगह पर पिछले दिनों नगर निगम का बुलडोजर चलना शुरू हुआ है। बताया जा रहा है कि कच्ची दुकानों और सड़कों पर कारोबार करने वालों को एक व्यवस्थित मार्केट तैयार करके देने की योजना के साथ यह तोड़फोड़ शुरू की गई है। लेकिन इस बीच ये भी स्पष्ट कर दिया गया है कि नए कॉम्प्लेक्स में सभी व्यापारियों को दुकान देने की बजाए महज कुछ चुनिंदा कारोबारियों को ही ये फायदा मिल पाएगा।

निगम का डंडा ऐसे चला
सूत्रों का कहना है नगर निगम के जोन 4 के अधीन वार्ड 18 में आने वाले इस इलाके से निगम कर्मियों ने वसूली शुरू की है। बताया जा रहा है पिछले कुछ दिनों में करीब 55 दुकानदारों से बकाया तहबाजारी और भविष्य में कॉम्प्लेक्स में जगह देने के आश्वासन पर 90 हजार प्रति व्यक्ति वसूल किया गया है। सूत्रों का कहना है कि निगम कर्मियों द्वारा की जा रही इस वसूली के बीच 90 हजार रुपए के एवज में महज 22 हजार रुपए की रसीद थमाई जा रही है। दुकानदारों ने अपने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि निगम द्वारा ये भी धमकाया जा रहा है कि राशि जमा न करने पर उनको नवबहार सब्जी मंडी में कारोबार करने से वंचित कर दिया जाएगा।

एक वसूली बचाव के लिए
सूत्रों का कहना है कि नगर निगम द्वारा की जा रही तोड़फोड़ को रोकने और यथास्थिति बरकरार रखने की मंशा के साथ मंडी के कुछ व्यापारियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी की है। जबलपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर करने के नाम पर यहां प्रति दुकानदार 500 रुपए की वसूली कतिपय मंडी नेता कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब 90 व्यापारियों से राशि वसूल कर गुरुवार को मंडी के स्वयंभू नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल जबलपुर पहुंचा है। गोरतलब है कि मंडी बचाने के नाम पर वसूली में जुटे अधिकांश लोगों का न वक्फ बोर्ड से कोई संबंध है और न ही नगर निगम से कोई वास्ता। इनमें से कुछ लोगों के खिलाफ अनैतिक कारोबार, धोखाधड़ी आदि के मामले प्रचलन में हैं।

वक्फ विरुद्ध निगम मामला
जानकारी के मुताबिक नवबहार सब्जी मंडी की करीब साढ़े छह एकड़ जमीन मप्र वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड में कब्रिस्तान के रूप में दर्ज है। इसके आधार पर बोर्ड ने वर्ष 2018 में एक प्रबंधन कमेटी गठित की थी। इसके विपरीत नगर निगम ने इस जमीन पर अपना आधिपत्य बताते हुए यहां कॉम्प्लेक्स निर्माण की योजना तैयार कर रखी है। मप्र वक्फ प्राधिकरण में पहुंचे इस मामले में अदालत ने उक्त भूमि को वक्फ संपत्ति माना है। अब इस मामले को लेकर जबलपुर उच्च न्यायालय में भी मामला विचाराधीन है। जानकारों का कहना है कि अदालत में प्रचलित मामले के चलते इस जमीन पर न निगम कोई कार्य कर सकता है और न ही वक्फ बोर्ड कमेटी बनाने, बदलने या इसमें कोई संशोधन करने की कार्यवाही कर सकता है। जानकर कहते हैं कि ऐसा किया जाना अदालत की अवमानना की श्रेणी में माना जा सकता है।

इनका कहना
नवबहार सब्जी मंडी पर वक्फ प्रबंधन कमेटी काम कर रही है। लेकिन अदालत के आदेश के बाद भी नगर निगम इस पर अपना आधिपत्य बताते हुए कॉम्प्लेक्स निर्माण की तैयारी कर रही है। जो अदालत की अवमानना है।
मोहम्मद नईम खान
अध्यक्ष
प्रबंधन कमेटी, नवबहार सब्जी मंडी

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