दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर इलाके में बेटी से छेड़छाड़ कर रहे युवकों का विरोध करने पर कुछ मनचलों ने मिलकर एक पिता और पुत्र को चाकू से गोद डाला। इस हमले में इलाज के दौरान पीड़ित पिता की अस्पताल में मौत हो गई। जबकि लड़की के घायल भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। हैरानी कि बात मौके पर मौजूद लोग वीडियो बनाते रहे और कोई भी मदद के लिए सामने नहीं आया। मामला सामने आने के दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने पीड़ित परिवार के बयान के आधार पर पड़ोस में रहने वाले दो नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इलाके की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि, आरोपी भी उसी इलाके का रहने वाला है। और वह निजी कम्पनी में काम करता था। आरोपियों की उनकी पहचान मोहम्मद आलम और जहांगीर खान के तौर पर हुई।
पीड़ित परिवार ने बताया कि, वारदात वाली रात राजू त्यागी बेटी को डॉक्टर के पास लेकर गए थे, उनके बेटी कि कई दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। जब वो डॉक्टर के पास से लौट रहे थे उनके पड़ोस में रहने वाले कुछ लड़के गली में खड़े थे। राजू त्यागी ने उन्हें साइड में खड़े होने के लिए कहा। इस पर वे भड़क उठे। उन्होंने बदतमीजी शुरू कर दी। आरोपियों ने राजू त्यागी के साथ मौजूद उसकी बेटी के बारे में अश्लील फब्तियां कसनी शुरूकर दी और छेड़छाड़ करने लगे। झगड़ा बढ़ता देख सोहन अपनी बेटी व बेटे को घर छोड़ने चले गए।
जब घर से वापस आकर छेड़छाड़ कर रहे युवकों को समझाने लगे और दोबारा ऐसी हरकन न करने की चेतावनी दी। आरोपियों ने सोहन से राजू त्यागी शुरू कर दिया। पिता को बदमाशों के बीच घिरा हुआ देख बेटा भी वहां आ गया और बदमाशों से भिड़ गया। युवकों ने सोहन और उसके बेटे पर चाकू से हमला बोल दिया। दोनों पर करीब आधा दर्जन बार चाकू से वार किए। जब इसकी जानकारी परिवार के लोगों तक पहुंची तो राजू त्यागी और बेटे को लेकर अस्पताल भागे।
पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो गए। मोती नगर थाना पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने सोहन को मृत घोषित कर दिया। उसके बेटे की स्थिति गंभीर बनी हुई है और वो ज़िन्दगी और मौत से जूझ रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों की शिकायत पर हत्या, हत्या का प्रयास और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने मामले में दो नाबालिगों सहित चार को मोती नगर इलाके से ही दबोच लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।।
वहीँ 21 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि जिन लोगों ने उसके पिता कि हत्या कि और भाई पर हमला बोला वो पहले भी उसके साथ छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दे चुके थे। लेकिन पड़ोस का मामला होने के चलते उसने पुलिस से कभी भी आरोपियों की शिकायत नहीं की थी। वारदात वाले दिन भी आरोपियों ने केवल रास्ता मांगने पर पीड़िता को अश्लील बातें बोलना शुरू कर दिया था और उसके परिजनों के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। बेटी ने बताया कि, जब उन लड़कों ने उसके पिता और भाईपर हमला किया था उस समय वहां पर काफी लोग मौजूद थे। मगर किसी ने भी पिता पुत्र को हमलावरों से बचाने की कोशिश नहीं की। लोग चुप खड़े रहकर सिर्फ तमाशा ही देखते रहे। अगर कोई हिम्मत दिखाता तो जान बच जाती।