उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj ) जिले के फाफामऊ (Phaphamau Murder Case) में एक दलित परिवार के चार लोगों की हत्या में नया खुलासा हुआ है. पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक चार लोगों की हत्या से पहले हत्यारों ने मां और नाबालिग बेटी के साथ रेप किया और उसके बाद गला रेतकर हत्या कर दी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी उनके साथ की गई क्रूरता सामने आई है और और रिपोर्ट में मां-बेटी के साथ रेप की पुष्टि हुई है. इसकी जांच के लिए पुलिस ने वेजाइनल स्वाब को सुरक्षित रखा है. वहीं अब चार लोगों की हत्या के मामले ने सियासी रंग ले लिया है और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी परिवार के लोगों से मिलने के लिए फाफामऊ पहुंची.

गुरुवार की रात को फाफामऊ के गोहरी गांव में दलित परिवार के दंपती, उनकी नाबालिग बेटी और बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. कमरे के अंदर मां-बेटी के कपड़े अस्त-व्यस्त मिले और उनकी हालत देखकर पीड़ित परिवार ने हत्या और सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. वहीं अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चारों को सिर में गंभीर चोटें हैं और इसके साथ ही यह भी पता चला है कि किशोरी के साथ पहले दुष्कर्म किया गया था. आरोपियों की लार व अन्य चीजों को भी जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है. यह भी बताया जा रहा है कि दुष्कर्म के बाद गला दबाकर उसकी हत्या की गई. जबकि उसके भाई की नाक और मुंह दबाकर हत्या की गई . इसके बबाद चारों के शवों पर कुल्हाड़ी से काटकर दिया गया था. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की की मां के साथ भी रेप की पुष्टि हुई है.

वहीं इस मामले को लेकर यूपी पुलिस भी सवालों के घेरे में है। मिली जानकारी के अनुसार पहले भी धमकी दी गई थी, पुलिस के पास शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की। इस हत्याकांड में पुलिस ने अबतक 11 लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, हत्या सहित अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की है। प्रयागराज पुलिस प्रमुख ने मीडिया को बताया कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि मृतकों पर धारदार हथियार से हमला किया गया है, उनके शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। बच्ची का शव घर के अंदर एक कमरे में मिला था, जबकि अन्य तीन शव आंगन में एक साथ मिले थे।

प्रयागराज के पुलिस प्रमुख सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा- “ऐसा प्रतीत होता है कि चारों के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया गया था। शरीर पर गंभीर चोटें हैं। प्रारंभिक जानकारी बताती है कि 2019 और 2021 में मृतक परिवार ने भूमि विवाद से संबंधित कुछ लोगों के खिलाफ एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। परिवार ने आरोप लगाया कि इन मामलों में कोई प्रगति नहीं हुई है। हम सख्त कार्रवाई करेंगे।”

मृतक परिवार के एक रिश्तेदार ने बताया कि आरोपी उच्च जाति के परिवार के साथ भूमि विवाद चल रहा था। इससे पहले भी आरोपियों ने हमला किया था। इनकी मानें तो पुलिस इस मामले में समझौता कराने की कोशिश कर रही थी।

विधानसभा चुनाव ने पहले प्रयागराज में दलित परिवार की नृशंस हत्या ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचीं।

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