भारतीय फुटबॉल में व्यापक बदलाव की कवायद शुरू हो चुकी है. यदि ऐसा हो गया तो क्रिकेट को ज़ुनून की हद तक चाहने वाले इस देश में फुटबॉल का खेल एक कड़ी चुनौती बनकर उभरेगा. तब बीसीसीआई भारत में किसी खेल को संचालित करने वाला एकमात्र शक्तिशाली बोर्ड नहीं रह जाएगा. उसे ज़बर्दस्त चुनौती मिलने वाली है, भारतीय फुटबॉल संघ से. फुटबॉल संघ ने क्रिकेट से प्रेरणा लेकर उसी को मात देने की योजना बनाई है. आज इस बात से हर कोई इत्तेफाक़ रखता है कि टी-20 ने क्रिकेट की तस्वीर बदल कर रख दी है. क्रिकेट के इस छोटे स्वरूप के ज़रिए इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल एक क्रांतिकारी बदलाव लाने में सफल रही. घरेलू क्रिकेट में इस तरह के प्रयोग ने स्टेडियम में अच्छी ख़ासी संख्या में दर्शकों को खींचा. यही वजह है कि अब कई खेल क्रिकेट के इसी प्रयोग के नक्शेक़दम पर चलने की कोशिश कर रहे हैं. सबसे पहले अपनी खस्ताहाली से उबरने के लिए हॉकी ने आईपीएल की तर्ज़ पर लीग मैचों की शुरुआत करने की बात कही. आईपीएल के नक्शेक़दम पर चलने वालों की सूची में अब जल्द ही ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन का नाम भी जुड़ने वाला है. फुटबॉल संघ भारतीय फुटबॉल में क्रांतिकारी बदलाव लाने की योजना बना रहा है. भारतीय फुटबॉल के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भारतीय फुटबॉल संघ भी आईपीएल की तर्ज़ पर फुटबॉल लीग शुरुआत करने की सोच रहा है. संघ के सूत्रों के मुताबिक़, इस लीग का पूरा पैटर्न आईपीएल जैसा होगा, यानी इसमें भी खिलाड़ियों और टीमों की नीलामी की जाएगी. दरअसल, आईपीएल की शुरुआत शरद पवार की देखरेख में ललित मोदी ने की थी, जिससे भारतीय खिलाड़ियों सहित बोर्ड को भी करोड़ों का मुना़फा हुआ था. लगता है कि पवार साहब के नक्शेक़दम पर प्रफुल्ल पटेल भी चलना चाहते हैं. पटेल इस समय भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष हैं और वह इस कवायद में लगे हैं कि बीसीसीआई की तरह कैसे फुटबॉल संघ को भी एक मालदार संघ बनाया जाए. उनकी इस रणनीति पर काम भी तेज़ गति से चल रहा है.
आईपीएल की मुंबई और बेंगलुरू टीम के मालिक मुकेश अंबानी और विजय माल्या से इस मसले पर बातचीत चल रही है, क्योंकि इन दोनों ने टीमें ख़रीदने की इच्छा जताई है. वहीं सलमान ख़ान भारतीय फुटबॉल के ब्रांड एंबेसडर हैं और पिछले दिनों आईपीएल टीम ख़रीदने की इच्छा जता चुके हैं. लेकिन, अब कयास यह लगाया जा रहा है कि वह क्रिकेट की जगह फुटबॉल लीग की कोई एक टीम ख़रीद सकते हैं यानी क्रिकेट को कड़ी टक्कर देने के लिए फुटबॉल पूरी तरह तैयार है.
Adv from Sponsors