भोपाल ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकार द्वारा अंततः तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने पर सारे देश के किसानों को बधाई देते हुए किसान आन्दोलन की इस ऐतिहासिक सफलता पर क्रांतिकारी अभिनंदन किया है ।भाकपा ने इसे आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की संभावित पराजय के मद्देनजर सरकार द्वारा अपनी साख बचाने के लिए उठाया गया कदम निरूपित किया है ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने किसानों की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की अनिवार्यता लागू करने संबंधी कानून बनाने की भी मांग की है ।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के मध्य प्रदेश राज्य सचिव कॉमरेड अरविंद श्रीवास्तव और राज्य सचिव मंडल सदस्य कॉमरेड शैलेन्द्र शैली ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया की सरकार को काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए अंततः मजबूर होना पड़ा यह सारे देश के किसानों और मेहनतकशों की बहुत बड़ी उपलब्धि है ।किसान आन्दोलन को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई और क्रांतिकारी अभिनंदन भाकपा करती है ।
भाकपा ने इस ऐतिहासिक किसान आन्दोलन को समर्थन देने के लिए भारत सहित सारी दुनिया के श्रमिक संगठनों ,लेखकों ,बैंक ,बीमा और सार्वजनिक क्षेत्रों के कर्मचारी संगठनों ,साहित्यकारों ,संस्कृति कर्मियों ,बुद्धिजीवियों ,पत्रकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों और निजीकरण के खिलाफ जारी विभिन्न आंदोलनों को भी इसी तरह अपना समर्थन देने की अपील की है ।भाकपा ने किसान आन्दोलन से भी अपील की है किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की अनिवार्यता का कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन जारी रखना चाहिए ।