नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली के विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत में कहा कि शहीदों के परिवारों से बात करते समय मुझे पता था कि जहां वे हैं वहां कैसा महसूस होता है। इस दौरान राहुल से पूछा गया कि कुछ जवानों को शहीद का दर्जा क्यों नहीं मिलता? जिस पर राहुल गांधी ने कहा हमारी सरकार आएगी तो पैरामिलिट्री के जवानों को भी शहीद का दर्जा मिलेगा. ज्यादा मौतें भी पैरामिलिट्री के जवानों की होती है.
आज अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता। लेकिन, कांग्रेस की सरकार आयेगी तो उन्हें शहीद का दर्जा मिलेगा : कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #YoungIndiaRising pic.twitter.com/RP1HNNVQ7l
— Congress (@INCIndia) February 23, 2019
While talking to the families of martyrs, I knew what it felt like to be where they were. My father too was blown to pieces and my grandmother was shot with 32 bullets: CP @RahulGandhi #YoungIndiaRising pic.twitter.com/ONYLMbrk1l
— Congress (@INCIndia) February 23, 2019
राहुल ने अपने परिवार की शहादत का किया जिक्र
राहुल जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में छात्रों से बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता के भी टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे और मेरी दादी को 32 गोलियां मारी गईं थीं। उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने हिंसा को महसूस किया है, वे हिंसा को कभी समाधान के रूप में नहीं सोचेंगे।’अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘जब मेरी दादी की मृत्यु हुई, मेरे पापा बंगाल में थे, मेरी दादी मेरे लिए मेरी मां से भी ज्यादा थीं। मेरी दादी की हत्या उनके सुरक्षा करने वालों ने की थी। सतवंत सिंह ने मुझे बैडमिंटन सिखाया था।’
Rahul Gandhi’s interaction with university students in Delhi: Jab meri daadi ki death hui, mere papa Bengal main the, meri daadi mere liye meri ma se bhi zada thi. Meri dadi ki hatya unki security walon ne ki thi, Satwant Singh ne mujhe badminton sikhaya tha. pic.twitter.com/hGvJ7yN5vP
— ANI (@ANI) February 23, 2019
संसद में पीएम मोदी को गले लगाने पर राहुल ने ये कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में गले लगाने पर कहा, ‘यदि आप इस देश के इतिहास को देखें, और गांधी, महावीर, बुद्ध, अशोक की फिलोसोफी को देखें, तो वे सभी प्रेम और अहिंसा का प्रचार करते थे। यह वही दर्शन था जब मैंने मोदी को गले लगाया था, जबकि वह मुझे और मेरे परिवार को गाली दे रहे थे।’
राजनीतिक दलों को RTI के दायरे में लाने से राहुल को नहीं एतराज
राहुल ने कहा, ने कहा राजनीतिक दलों को RTI के दायरे में लाने में उन्हें कोई एतराज नहीं है बशर्ते न्यायपालिका, मीडिया समेत देश के 20 बड़े उद्योगपतियों को भी RTI के अंदर लाया जाए. केवल राजनीतिक दल को RTI में लाने का मतलब उसे कमजोर करना है और ये जनता को कमजोर करने जैसा होगा.
राहुल ने की राफेल, बेरोजगारी और किसानों की बात
क्या प्रधानमंत्री कभी इस तरह संवाद करते हैं? वो ऐसा नहीं करते.. मैं उनसे 50 बार कह चुका हूं कि राफेल, बेरोजगारी.. किसी भी विषय पर बहस कर लो.. मुझे छोड़ो युवाओं से तो बात कर लो. उनको भाषण छोड़ कर बात करनी चाहिए. लेकिन केवल बहाने बनाए जा रहे हैं कि कोई समस्या नहीं है. दिल्ली में छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए @RahulGandhi ने कहा- अमीरों को लोन सरकार माफ कर दे रही है लेकिन जब किसान ऋण माफ करने की बात करते हैं तो उनके पास कोई रास्ता नहीं है. मोदी सरकार में शिक्षा बजट में कटौती की गई. सरकार ने 15-20 उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया.
If the PM of India condemns the atmosphere of hatred, then naturally the anger in the nation will diminish. Leadership should guide the nation: Congress President @RahulGandhi #YoungIndiaRising pic.twitter.com/IspSWiHRvA
— Congress (@INCIndia) February 23, 2019
राहुल ने कहा,’हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री जो कहते हैं उसकी अनुभूति पूरे सिस्टम में जाती है। यदि प्रधानमंत्री नफरत के माहौल की निंदा करें और भाईचारे, प्यार का संदेश दें तो नफरत का माहौल अपने आप ठंडा हो जाएगा।’