बॉलीवुड में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले सिने स्टार मनोज बाजपेयी का नाम चुनावी मैदान में भी एकाएक तैरने लगा है. उनके समर्थकों का दावा है कि वे सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं. अगर बाजपेयी फिल्म जगत से राजनीति में प्रवेश करते हैं तो वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव काफी दिलचस्प व रोचक हो जाएगा. वहीं, राजद ने अभी तक वाल्मीकिनगर संसदीय सीट को लेकर अपना पत्ता नहीं खोला है. इसके शीर्ष नेता क्षेत्र में भाग-दौड़ से परहेज कर चुप्पी साधे हुए हैं.
अभी भाजपा के सतीश चंद्र दूबे यहां से सांसद हैं. वे अपनी दावेदारी बनाए रखने के लिए लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. वहीं, जदयू की तरफ से वाल्मीकिनगर के पूर्व सांसद बैद्यनाथ महतो व वरीय चिकित्सक डॉ. एनएन शाही समेत कई टिकट की दौड़ में शामिल हैं. वाल्मीकिनगर क्षेत्र पर महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं की तो भरमार है ही, जिऩकी नजर इस पर लगी हुई है. वहीं, भाजपा के ही एक विधायक इस संसदीय सीट पर नजर रखे हुए हैं. दल के अंदर रहकर भी वर्तमान सांसद से इनकी नाराजगी जगजाहिर है.
भाजपा के लिए इस बार का चुनाव आसान नहीं होगा. पार्टी में आंतरिक कलह भाजपा के लिए कोढ़ में खाज साबित हो रहा है. राज्य के कई शीर्ष नेता भी यहां के गुटबंदी में दिलचस्पी ले रहें हैं. जिसके कारण दल के अंदर दलदल से लेकर जन आकांक्षाओं व समस्याओं से अपने को उबार कर पुन: क्षेत्र में भगवा लहराना एक कठिन टास्क है. अब मनोज वाजपेयी के संभावित उम्मीदवार बनने की चर्चा ने सभी दलों एवं नेताओं के माथे पर बल ला दिया है.