चाइना में इनदिनों तेजी से सेक्स डॉल्स बनाने का चलन बढ़ता जा रहा है, आपको बता दें कि कुछ समय पहले सेक्स डॉल्स बनाने वाली कंपनी डब्ल्यूएमडॉल के डायरेक्टर दांग्यू यांग ने एक इंटरव्यू में कहा था, “ये सेक्स डॉल पत्नी और गर्लफ्रेंड की जगह ले सकती है बता दें कि इस डॉल के बाद उनकी जरूरत नहीं रहेगी.
ये चीनी गुड़िया दिखने में असली औरत जैसी है. उसका चेहरा, बाल, नाखून, हाथ, पैर और चिकनी त्वचा है. वो फेमिनिस्ट भी नहीं है, न उसके नखरे उठाने हैं, न ही ताने सुनने हैं बता दें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में एक सेक्स डॉल की कीमत तकरीबन 2 लाख रु. बताई जा रही है.
इस सेक्स डॉल में बैटरी लगाईं जा सकती है और इसे चार्ज किया जा सकता है, यह डॉल्स चाहेगी तो भारतीय भाषाएं जल्दी ही सीख लेगी क्योंकि ये कम्पयूटर से चलती है, इस डॉल को औरतों से परेशान औऱ जलकुकड़े मर्द ही इस चीनी कम्पनी के टारगेट ग्रुप हैं. मर्दों के बीच ये डॉल कितनी पॉपुलर हुई? डब्ल्यूएमडॉल के मुताबिक दुनिया में सेक्स डॉल का बिजनेस 2.9 बिलियन डॉलर का है. कंपनी का दावा है कि 2020 तक ये बिजनेस 9.01 बिलियन डॉलर का हो जाएगा.
वहीं इस डॉल के आने से हो सकता है, देश में देह उत्पीड़न, यौन शोषण और बलात्कार कम हो जाए. न्यायालयों में मुकदमों की संख्या कम हो जाएगी. 498 ए कानून ही खत्म हो जाएगा.