उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक बच्चे का अपहरण करके भाग रहे शख्स ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली है. घटना प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके की है. जहां के ब्वायज हाईस्कूल एंड कॉलेज के जिम्नास्टिक हॉल से एक ठेकेदार के बेटे का अपहरण कर भाग रहे शख्श ने भदोही के सुरियावा इलाके में हुई पुलिस मुठभेड़ में खुद को गोली मार ली.

मिली जानकारी के मुताबिक पेशे से ठेकेदार वीरेंद्र सिंह का बेटा रणवीर सिंह सेंट जोसेफ कॉलेज में पढ़ता है और शाम को बीएचएस के जिम्नास्ट हॉल में जाता था. जहां वीरेंद्र कुमार का पुराना ड्राइवर संजय उसे लेने पहुंचा था. लेकिन उसने उनके बेटे को घर छोड़ने की जगह उसे अगवा कर लिया और वीरेंद्र सिंह को फोन करके 3 करोड़ की फिरौती की मांग की. जिसकी शिकायत वीरेंद्र सिंह ने पुलिस से कर दी. पुलिस ने हालत को गंभीरता से लेते हुए फ़ौरन कार्रवाही शुरू करते हुए आरोपी ड्राइवर के फोन को ट्रैस करके उसकी लोकेशन ढूढ़ निकली और मौके पर पहुंच गई. ऐसे में खुद को पुलिस से घिरा देखकर पकड़े जाने के डर से आरोपी ड्राइवर ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली.

बताया जा रहा है कि मृतक ड्राइवर संजय यादव वीरेंद्र कुमार के पास ड्राइवर के तौर पर काम करता था. लेकिन उसे कुछ महीनों पहले अभिषेक ने नौकरी से निकाल दिया था. वारदात की शाम वीरेंद्र कुमार के एक ड्राइवर ने उनके बेटे रणवीर को लेकर बीएचएस पहुंचाया और वहां से चला गया. जिसके कुछ देर बार तक़रीबन सवा छह बजे हॉल में वीरेंद्र के पुराने ड्राइवर संजय ने आकर कहा कि रणवीर का बर्थडे है और उसे शापिंग करानी है. इसके बाद उसने वीरेंद्र को फोन करके 3 करोड़ के फिरौती की मांग की. जिसके बाद उन्होंने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने  फ़ौरन एक्शन लेते हुए संजय की लोकेशन को ट्रैस किया और रात में ही क्राइम ब्रांच की टीम भदोही के सुरियावां पहुंच गई.

सूत्रों के मुताबिक भदोही के सुरियावा में आरोपी ड्राइवर संजय और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई और मुठभेड़ के दौरान संजय ने पकड़े जाने के डर से खुद को गोली मार ली. कहा तो यह भी जा रहा है कि पुलिस की गोली भी संजय को लगी थी. घायलावस्था में पुलिस संजय को अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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