मेरठ: मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आरोपी विमल चंद को आज अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। लेकिन इस बीच जब पुलिस आरोपी विमल चंद को अदालत में पेश कर रही थी, तब अदलात परिसर में मौजूद लोगों और वकीलों ने उसे कोर्ट से बाहर निकलते ही दोनों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस ने भीड़ से बचाते हुए कड़ी सुरक्षा में दोनों को जेल भेज दिया। जेल में पहुंचने के बाद भी उनकी बैरक में बंदियों ने भी पिटाई की गई।
ऐसे पकड़ा गया दरिंदा
अपनी पत्नी के मौत के बाद आरोपी अफसर विमल चंद करील जागृति विहार के नीरजा आनंद भवन में अकेले रहता था। इसके बाद उसने घर की सुरक्षा के नाम पर पूरे घर के कोने कोने में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। उसी समय कैमरा लगाने वाले कर्मचारी आशू कन्नौजिया ने बिना उसे बताये सभी कैमरों को पासवर्ड से इंटरनेट कनेक्ट कर अपने मोबाइल पर ले लिया, जो विमल चंद की प्राइवेसी देखने लगा।
इस बीच आशु कनौजिया को विमल चंद के इस हरकत की जानकारी लगी। और उसने नवंबर से लेकर जनवरी तक कैमरों की फोटो अपने मोबाइल में सेव कर ली। फिर उसने विमल चंद को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने की कोशिश भी की, लेकिन विमल चंद ने उसे पैसा देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद उसने सारे फोटो लीक कर दिए। उसके बाद पुलिस हरकत में आई। विमल चंद और आशु कन्नौजिया को गिरफ्तार कर लिया।