कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केन्द्र में सत्तारूढ़ बीजेपी देश में एक नया ‘कम्पनी राज’ लाना चाहती है, जिसके जरिये देश के कारखाने और धन-सम्पदा कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों को सौंप दी जाएगी.
प्रियंका ने रायबरेली स्थित मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री के ‘निगमितीकरण की तैयारियों’ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को समर्थन देते हुए अपने सम्बोधन में कहा ‘रेलवे देश की बुनियादी संस्थाओं में से है. यह करोड़ों लोगों को रोजगार ही नहीं देती, बल्कि देश की एकता भी कायम रखती है. असलियत यह है कि बीजेपी एक नया कम्पनी राज लाना चाहती है. एक ऐसा कम्पनी राज जिसके जरिये देश के कारखाने, सार्वजनिक उपक्रम, देश की धन-सम्पदा कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों के हाथों में ही सौंपी जाएंगी. इसकी शुरुआत यहां से हो रही है.’ उन्होंने कहा कि आप यहां बैठकर संघर्ष कर रहे हैं. आपको आशंका है कि 31 अगस्त को इस कोच फैक्ट्री का निगमितीकरण किया जाएगा और फिर इसका निजीकरण कर दिया जाएगा. आपके रोजगार छूटेंगे. इसी तरह से देश भर में ऐसे ही तमाम उद्योग हैं, जहां यही स्थिति है. सरकार यहां से शुरुआत करना चाहती है.’
प्रियंका ने कहा कि आज सबको पता है कि देश की अर्थव्यवस्था की क्या हालत है. मैंने अखबारों में मिल एसोसिएशन और चाय बागान के संगठनों के बड़े-बड़े इश्तिहार देखे हैं. वे कह रहे हैं कि हम डूब रहे हैं, हमें बचाइये. अर्थव्यवस्था इतनी दुर्बल हो रही है कि हमें भी ऐसे इश्तिहार देने पड़ेंगे. प्रियंका ने कहा कि रोजगार छूटे जा रहे हैं और इस बीच केन्द्र सरकार को यह बात सूझी है कि जहां रोजगार है, उसे बंद कराया जाए. आप सोच सकते हैं कि इनका क्या इरादा है.
उन्होंने कहा कि रेलवे, स्वास्थ्य की बड़ी-बड़ी संस्थाएं और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इसलिये बनाये गये थे, ताकि देश मजबूत हो. वे सब देश का विकास और रोजगार बढ़ाने के लिये बनाये गये थे. अगर एक-एक करके उनको तोड़ा जाएगा तो आगे देश का भविष्य क्या होगा? कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस रेल कोच फैक्ट्री के लिये जिन किसानों की जमीन ली गयी, उन्हें बाजार मूल्य से ज्यादा मुआवजा मिला था. आज यह फैक्ट्री मुनाफे में चलती है. अपनी क्षमता से दो गुना ज्यादा इसका उत्पादन है लेकिन केन्द्र की सरकार बेदर्दी से इसका निगमितीकरण करना चाहती है. इसका मतलब यही है कि इसके बाद यह फैक्ट्री सरकार के उद्योगपति मित्रों को दी जाएगी और इसका निजीकरण किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि उनकी मां और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने इस फैक्ट्री की स्थापना के लिये संघर्ष किया था. वर्ष 2007 में जब इस फैक्ट्री की घोषणा की गयी और उस समय उत्तर प्रदेश सरकार ने जमीन देने से साफ इनकार किया तो यहां के किसान भाई बहनों और आप सबके साथ सोनिया जी ने यह फैक्ट्री बनाने के लिये संघर्ष किया. ये फैक्ट्री बनने पर उन्हें इस बात की खुशी थी कि इससे क्षेत्र में रोजगार मिलेगा. आज इस फैक्ट्री में इस इलाके के 2000 से ज्यादा लोग काम करते हैं.
प्रियंका ने इससे पहले रायबरेली से मौजूदा विधायक अदिति सिंह के पिता पूर्व विधायक अखिलेश सिंह को उनके पैतृक गांव लालूपुर चौहान जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने शोक संतप्त परिजन को सान्त्वना भी दी.
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