लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। बीजेपी के इस घोषणा पत्र में 75 बड़े संकल्प किये गए हैं। लेकिन बीजेपी के मेनिफेस्टो में बेरोजगारी पर कोई बात नहीं की है। पिछली बार यानी 2014 के बीजेपी के मेनिफेस्टो में करोड़ो युवाओं को रोजगार देने की बात की गई थी। 48 पेज के संकल्प में बीजेपी ने सबके विकास का दावा किया है, पिछले मेनिफेस्टो में राममंदिर निर्माण के जिक्र को जिस तरह से कम तरजीह दी गई थी ठीक उसी प्रकार इस बार भी राममंदिर को अधिक तरजीह नहीं दी गई है। सेना के पराक्रम को भी बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में जमकर भुनाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, BJP अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली की अगुवाई में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया गया। अमित शाह ने कहा कि हमने 6 करोड़ लोगों के साथ चर्चा कर इस संकल्प पत्र को तैयार किया है। 2014 में हमने देश के सामने 5 साल का विज़न रखा था, जिसपर देश की जनता ने विश्वास रखते हुए हमें बहुमत दिया था। पूर्ण बहुमत के बावजूद हमने NDA की सरकार बनाई और देश को आगे बढ़ाने का काम किया। अमित शाह ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में हमारी सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है, हमारी सरकार ने 50 करोड़ लोगों को गरीबी के स्तर से ऊपर उठाया है, आज देश महाशक्ति बनकर उभरा है. उन्होंने कहा कि 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 11 वें नंबर पर थी, आज हम दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और तेजी से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए अग्रसर हैं।
गृहमंत्री और पार्टी की संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के मन की बात इस संकल्प पत्र में रखी गई है। जहां जरूरी हुआ है वहां स्ट्रक्चरल बदलाव करने में भी हमने कोई संकोच नहीं किया है। हमारी सरकार ने जनता की हिस्सेदारी को संकल्प पत्र का अहम हिस्सा माना है, साथ ही जन भागीदारी को भी सुनिश्चित किया है। हमने करीब 6 करोड़ लोगों से इस अपने संकल्प पत्र को लेकर बात की है।
संकल्प पत्र में ये हैं खास बात:
– राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति थी, है और रहेगी।
– सिटिजन अमेंडमेंट बिल को संसद के दोनों सदनों से पास कराएंगे और उसे लागू करेंगे। किसी भी राज्य के लोगों की पहचान पर कोई आंच नहीं आने देंगे। देश की सुरक्षा पर समझौता नहीं करेंगे।
– राम मंदिर पर सभी संभावनाओं की तलाश करेंगे। प्रयास होगा कि जल्द से जल्द सौहर्द्रपूर्ण वातावरण में मंदिर का निर्माण होगा।
– किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला एक लाख रुपये तक का लोन 5 साल तक ब्याज रहित रहेगा।
– सभी किसानों को होगा किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा। छोटे और सीमांत किसानों को पेंशन की सुविधा दी जाएगी
– राष्ट्रीय व्यापार आयोग की मांग लंबे समय से की जा रही थी, जो बेहद इफेक्टिव आयोग होगा। छोटे दुकानदारों को 60 वर्ष के व्यपारियों को भी पेंशन दिया जाएगा।
– भारत में क्षेत्रीय असंतुलन को पूरी तरह से खत्म करेंगे।
– लैंड रिकॉर्ड का डिजिटाइजेशन किया जाएगा।
– जम्मू-कश्मीर से 35ए हटाने का प्रयास किया जाएगा।
– मैंनेजमेंट, इंजीनियरिंग और लॉ कॉलेज सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
– 2020 तक देश की सभी रेल पटरियों का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा किया जाएगा।
– ट्रेंड डॉक्टर और जनता के बीच अनुपात को 1:1400 किया जाएगा।
– निर्यात को दोगुना करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
– प्रत्येक व्यक्ति को 5 किमी तक बैंक सुविधा देने की कोशिश किया जाएगा।
– तीन तलाक के विरूद्ध कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।
इस दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘हमने 2014 के संकल्प पत्र को पूरा करने का प्रयास किया है। हमारा संकल्प पत्र ‘टुकड़े-टुकडे गैंग’ को प्रभावित करने के लिए नहीं है। 2014 में करप्शन का बोलबाला था। अनिणार्यक माहौल था और मजबूर सरकार थी। बीजेपी और हमारे उम्मीदवार नरेंद्र मोदी उम्मीद की तरह आए। आज माहौल बदल चुका है। हम डिलीवर करने वाली सरकार बने हैं। सायबर स्पेस से आउटर स्पेस तक हमने बढ़त बनाई है।’
उन्होंने कहा कि यह पहले 5 साल हैं जब देश दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना। इतिहास में पहली सरकार हैं, जिसने गरीबी को सबसे तेजी से खत्म करने का काम किया है। पुरानी सरकारों ने सिर्फ नारे दिए। हमारी सरकार ने नतीजे दिए।