बेगूसराय: बिहार में एक फिर रजनीतिक हलचल तेज हो गई है, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बड़ा एलान किया है, बेगूसराय से कन्हैया कुमार को अपना लोकससभा उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी की जिला कमिटी ने कन्हैया के नाम पर मुहर लगा दी है. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि कन्हैया कुमार से दुरी बनाने वाले महागठबंधन के घटक दलों की इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है ? बताया जा रहा है कि अब महागठबंधन से बेगूसराय सीट पर समझौते का इंतजार है.आपको बता दें कि कन्हैया कुमार को लेकर लगातार दावा किया जा रहा था कि वह महागठबंधन में बेगूसराय सीट के उम्मीदवार होंगे.

हालांकि आरजेडी ने कभी इस बात का समर्थन नहीं किया है. गौरतलब है कि सीपीआई ने 17 जनवरी को साफ किया था कि इस मुद्दे को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से बात चल रही है. पार्टी के सदस्य जल्द ही रांची रिम्स में लालू यादव से इस मसले पर मुलाकात करने भी गए थे लेकिन बात बनी या नहीं अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है ऐसे में सीपीआई का कन्हैया कुमार को उम्मीदवार घोषित करना बिहार के महागठबंधन में हलचल जरूर पैदा कर सकता है.बताया जा रहा है कि महागठबंधन में सीपीआई तीन सीट का दावा कर रही है, जिसमें कन्हैया कुमार को बेगूसराय सीट से उम्मीदवार बनाने पर सहमति बन गई है.

वहीं राम देव वर्मा को उजियारपुर सीट देने की बात पर फैसला किया जा रहा है. हालांकि महागठबंधन में अभी भी कन्हैया कुमार को लेकर पेंच फंसा हुआ है. दरअसल आरजेडी किसी भी सीट पर जोखिम नहीं उठाना चाहती है क्योंकि दिल्ली पुलिस ने तीन साल पुराने जेएनयू मामले में कन्हैया कुमार समेत अन्य लोगों पर चार्जशीट दायर किया है. हालांकि चार्जशीट बिना अदालत को को नोटिश दिए दाखिल करने पर अदालत ने दिल्ली पुलिस को फटकार भी लगाई थी, लेकिन ये बात भी बड़ी दिलचस्प है कि चार्जशीट दाखिल करने में दिल्ली पुलिस ने इतनी मुस्तैदी क्यों दिखाई ?

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