आठ मई 2023 के दिन भोपाल धर्मनिरपेक्ष नागरिक मंच के कार्यक्रम में राष्ट्रीय एकात्मता के विषय पर संबोधित करते हुए !
मैंने कहा कि आजादी के पचहत्तर साल के बाद पुनः भारत की एकता और अखंडता को खतरा पैदा हो गया है ! और इस बार बहुसंख्यक आबादी की आड में वर्तमान सत्ताधारी दल और उसके मातृसंस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफसे भारत की गंगा जमनी संस्कृति वाले देश को उग्रहिंदूत्वादि जामा पहनाने की कोशिश कर रहे हैं ! जिस से इस देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा हो रहा है ! और वह भी देशप्रेम के नाम पर ?
मै इसे पाखंडीयो ( Suedo National ) का देश प्रेम कहता हूँ ! क्योंकि संघ की शाखा से लेकर चुनाव रेलियो में धार्मिक ध्रुवीकरण के अलावा कुछ भी नहीं बोलना किस बात का परिचायक है ? जो कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और आपातकाल के समय से भी भयावह स्थिती संपूर्ण देश में होते हुए ! आपातकाल को लेकर छाती पिटने वाले संघ और उसकी राजनीतिक ईकाई बीजेपी सौ साल पहले के नाजीवादी जर्मनी की याद दिला रहे हैं ! पुंजीपति वह भी एक विशेष व्यक्ति को ! संपूर्ण राष्ट्र की संपत्ति दे देने के पिछे ऐसा कौन सा रहस्य है ? क्या अदानी ही मोदी है ? या मोदी ही अदानी है ? 1988 में अहमदाबाद के स्टॉक एक्सचेंज में अदानी ने अपने कंपनी को रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ! आज पैतिस साल के अंदर और विशेष रूप से 2002 के बाद जिस गति से अदानी उद्योग समूह की बेतहाशा वृद्धि हुई है ! वह दुनिया के औद्योगिक क्षेत्र में एक पहेली है ! और इसिलिये संसद से लेकर तथाकथित मुख्य धारा के मिडिया संस्थाओं ने इस विषय पर चुप्पी साधने का क्या मतलब हो सकता है ? इसी नरेंद्र मोदीजी ने अपने प्रधानमंत्री बनने के पहले के चुनाव प्रचार में मै न खाऊँगा और नहीं किसी को खाने दुंगा ! अब तो लगता है कि सिर्फ और सिर्फ मै ही खाऊँगा और किसी को भी खाने नही दुंगा ! भाईसाहब आपको लोगों ने इस लिए नही चुनकर दिया है ! आपने मनलुभावन नारे दिए थे ! “कि विदेश में जमा काला धन वापस लाकर ! हर एक व्यक्ति के अकाऊंट में पंद्रह लाख रुपये जमा करुंगा ! और अच्छे-अच्छे दिन लाऊँगा ! क्या यही अच्छे दिन है ? जहां एक गॅस सिलेंडर तीनसौ रुपये था ! आज बारह सौ तक छूने जा रहा है ! और अन्य चीजों के दामों को आसमान छू रहे हैं ! सिर्फ धार्मिक ध्रुवीकरण करने से लोग आपके दल को चुनकर नही देंगे ! और कर्नाटक के नतीजों से पता चल जाएगा ! की जयबजरंग बली बोलकर किसी भी बटन को दबाने से बीजेपी को ही वोट जायेगा ! मतलब आपने कुछ खास व्यवस्था तो नहीं ना कि ? की कहीं भी बटन दबाने से सिर्फ कमल को ही वोट जायेगा ! यह भी बहुत विवादास्पद बयान है ! लेकिन चुनाव आयोग ने आंखे और कान बंद कर लिए हैं ! इसलिये आप उसे बार बार एक्सटेंशन देते जा रहे हो ! हमारे सर्वोच्च न्यायालय को भी कहना पडा है ! “कि क्या देश में कोई भी व्यक्ति नही है ? जो चुनाव आयोग की निस्पक्षता से जिम्मेदारी वहन करे ?”
वर्तमान कर्नाटक चुनाव में भारतीय संसदीय इतिहास में प्रधानमंत्री पद पर बैठे हुए आदमी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण के दौरान संपूर्ण दुनिया को यह वादा किया था कि “मै नरेंद्र दामोदरदास मोदी आज से भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते हुए यह आश्वस्त करता हूँ !” कि इस देश में रहने वाले हर व्यक्ति की जान माल तथा सम्मान की बगैर किसी भेदभाव से मै अपने प्रधानमंत्री के कर्तव्यों का पालन करुंगा ” क्या नौ साल के कार्यकाल को देखते हुए ऐसा लगता है ? कि इन्होंने अपनी शपथ का कदम – कदमपर उल्लंघन किया है ! और प्रधानमंत्री बनने के पहले 2001 के अक्तूबर महीने से लेकर 2014 के मई माह में प्रधानमंत्री बनने के पहले ही ! 2002 का गुजरात के दंगों में ! तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री. अटल बिहारी वाजपेयी की भाषा में अपनी शपथ का पालन नहीं किया है ! “नरेंद्र भाईसाहब आपने राजधर्म का पालन नहीं किया है ! ”
कल कर्नाटक के चुनाव प्रचार में यह देश के प्रधानमंत्री रहने के बावजूद इन्होंने सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है ! हमारे देश की आर्थिक, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, विस्थापन, स्वास्थ्य तथा शिक्षा जैसे मुद्दों के बजाय ! जयबजरंग बली जैसे धार्मिक उन्माद फैलाने वाले गैरजिम्मेदार बयान आ रहे हैं ! और हमारे चुनाव आयोग को लकवा मार गया है ! वह गुजरात के चुनाव में देश के गृहमंत्री दंगों के समर्थन की बात करने के बावजूद उसे बचाने का प्रयास किया है ! और अब कर्नाटक चुनाव में खुद प्रधानमंत्री पद पर बैठे हुए ! नरेंद्र मोदीजी सिर्फ बजरंग बली बोलते हुए ! कोई भी बटन दबाओ तो वोट बीजेपी को ही मिलेगा ! इससे ज्यादा पतन भारतीय संसदीय राजनीति का दुसरा हो नही सकता ! और सबसे संगिन बात सत्ता में आने के बाद कश्मीर फाईल्स और केरला स्टोरी जैसे फिल्मों को खुद प्रधानमंत्री प्रमोट करते हैं ! भारत जैसे बहुआयामी संस्कृति के देश में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के पद की गरिमा खत्म कर रहे हैं ! इस तरह की सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले और झुठ के पुलिंदे ! तथ्यों को तोडमरोडकर किसी भी कलाकृति जिससे हमारे देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा करने वाली है ! यह प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए शोभा नहीं देता है !
15 अगस्त 2014 के दिन लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि “यह 140 करोड जनसंख्या के देश नहीं यह हमारी टीम इंडिया है !” तो फिर लगातार मंदिर मस्जिद, जयबजरंग कश्मीर फाईल्स तथा ताजा बात केरला स्टोरी बनाने का मतलब क्या है ? सचमुच आपको 140 करोड जनसंख्या के लोगों की टीम इंडिया अगर लगती है ! तो विभाजन वाले बयान और विभाजन वाले तथाकथित फिल्मों के नाम पर घटीया किस्म के प्रचार प्रसार करने का धंधा अविलंब बंद करो
लव जेहाद के नाम पर झुठ बोल कर लोगों को बहकाना बंद करो अन्यथा इस देश की अल्पसंख्यक आबादी को असुरक्षित मानसिकता में डालने से देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा हो रहा है ! यह बात हम 90 के दशक से बार – बार बोल लिख रहे हैं !
तथाकथित इसिस में सिर्फ तीन लड़कियों के जाने की बात है ! तीन के बत्तीस हजार ! सबसे पहली बात तो यह है कि इसिस तथाकथित शुध्द इस्लाम की बात करते हैं ! और किसी भी गैर अरब या गैर क्यूरेश के लोगों को वह मुस्लिम मानते नहीं है ! इसिस के इस्लामिक लिवेंट का भूगोल भी अलग तरह का है ! इसलिए वह सिरिया से लेकर अफगानिस्तान तथा कुर्दिस्थान के उपर लगातार हमले करते हैं ! और भारत के जमीन से उन्हें झाडू लगाने के लिए या बाथरूम साफ-सफाई करने के लिए ही लोग चाहीए ! जो गलती से गए थे वह भी भाग गए हैं !
कहा 32000 हजार लड़कियों की बात कर रहे हो ? वह भी केरला जैसे सिर्फ तीन करोड़ जनसंख्या के प्रदेश से ? मतलब आप लोग कश्मीर एक करोड़ आबादी का ! और तीन करोड़ आबादी के केरल और अब छोटे से मणिपुर को भी अपने कुटील राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है ! क्या आप अपनी टुच्ची राजनीतिक वासना के लिए भारत के कई टुकड़े करने पर उतारु हो गए हो ? और वह भी देश प्रेम का जामा ओढकर !
डॉ. सुरेश खैरनार, 8 मई 2023, भोपाल