कल उत्तराखंड के चुनाव प्रचार में आसाम के बीजेपी के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने राहुल गांधी के पिता कौन है ? यह सवाल उठाया ! और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरी लोकसभा में कोरोना फैलाने के लिए कांग्रेस को और महाराष्ट्र की वर्तमान गैर बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया ! हिंदी में कहावत है कि खिसियानी बील्ली खंबा नोचे ! उसी तरह पूर्वी उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार में हिंदुत्ववादीयो के तरफसे प्रचार चलाए जा रहा है कि महात्मा गांधी की 74 साल पहले की (30 जनवरी 1948) हत्या के बाद महाराष्ट्र में हजारों की संख्या में ब्राह्मण मारे गए !तो जिस हत्या के षडयंत्र के आरोपीयो मेंसे आरोपी नंबर एक बैरिस्टर विनायक दामोदर सावरकर नंबर दोन गोपाळ गोडसे, और अन्य पांच आरोपी जिंदा कैसे रहें ? और सबसे महत्वपूर्ण बात जिस संघ का भी गांधीजी की हत्या के षडयंत्र में हाथ था ! उसका नागपुर का मुख्यालय से लेकर मुंबई, पुणे,ठाणे, औरंगाबाद, नाशिक, अमरावती, सोलापुर, कोल्हापूर, सांगली – सातारा से लेकर खानदेश विदर्भ, मराठवाडा कोकण के, ब्राह्मणो मे से एक भी मारा नहीं गया ! यह सब कुछ मैंने महाराष्ट्र के सभी क्षेत्रों में नब्बे साल उम्र के ब्राम्हण मित्रों से फोन पर पुछकर इस बात की पुष्टि करने के बाद मै लिख रहा हूँ !


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा के भाषण में महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार ने और कांग्रेस ने कोरोना फैलाने का आरोप ! कम-से-कम प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए, ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान देकर, उन्होंने संसदीय विशेषाधिकार हनन का संगीन अपराध किया है ! इसपर उनपर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए !
और आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने तो ! एक महिला के चरित्र के उपर किचड उठाने के जुर्म में उसे अविलंब मुख्यमंत्री के पद से हटाने की मांग मै कर रहा हूँ !
संघ परिवार भारतीय संस्कृति की रट लगाते हुए थकता नही है ! लेकिन इस तरह के वक्तव्य देना कौन-सी भारतीय संस्कृति में आता है ?


डॉ राम मनोहर लोहिया ने अपने स्त्री विमर्श में जाबालि, द्रोपदी, सिता तथा मैत्रीई और घोष जैसी महान विदुषीयो के संदर्भ में, बहुत ही सुंदर रोशनी डाली है ! और मुख्यतः किसी पुत्र या पुत्री के पिता के बारे में जब – जब सवाल आया है ! तब – तब सत्यकाम जाबालि का उदाहरण सामने आता है !

इसलिए मैं कविगुरू रविंद्रनाथ टागौर की सत्यकाम जाबालि के उपर लिखी हुई कविता का अंग्रेजी अनुवाद जानबूझकर दे रहा हूँ!

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संघ परिवार शब्द अब संघ के संदर्भ में इस्तेमाल करना बंद करना चाहिए ! क्योंकि परिवार में प्रेम, आपसी विश्वास और भाईचारा होना यह प्राथमिक शर्त होती है ! लेकिन 1925 मतलब आने वाले 2025 में सौ सालों से जिस संघठन में उम्र के पांच साल के बच्चों को क्या पाठ पढाया जाता है ?


इसका ताजा उदाहरण मेरे मित्र की बेटी की फेसबुक पोस्ट देखकर पता चल जाएगा ! उसके बेटे की उम्र आठ साल की है ! और लाकडाऊन के कारण स्कूल, जिम और अन्य मनोरंजन के माध्यम बंद होने की स्थिति में, उसके सोसायटी के आहाते में संघ की शाखा में उसका आठ साल का बेटा जा रहा था ! और वह उत्सुकता वश उस शाखा को बाहर खड़े होकर देख रही थी ! और उसने देखा कि शाखा संचालन करने वाला उन छोटे – छोटे बच्चों को बता रहा था ! “कि मुसलमानों ने अपने ऊपर बहुत अत्याचार किये हैं ! और हमें उसका बदला लेना चाहिए ! यह मंत्र रटते रहना है ! और कल शाखा में आने तक इसे रटते रहना है !” अब यह आठ साल के बच्चे को जब इस तरह और भी नफरत करने के लिए,और दुनियाभर के जहरीले बातो को रटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा ! तो आगे चलकर वह भारत माता की कौन सी सेवा करने वाला है ? यह नथुराम गोडसे पैदा करने का कारखाना ! सौ साल से बदस्तूर जारी है ! तो मॉबलिंचिग, हिजाब वाली लड़कियों को सताने के ताजे उदाहरण के अलावा बत्तीस साल पहले का भागलपुर दंगे से(1989) लेकर आज से दो हफ्ते के बाद बीस साल पूरे करने वाले गुजरात के दंगों में (27 फेब्रुअरी 2002)सक्रिय रूप से भाग लेने वाले लोग कौन हैं ?
मै भी आजसे पचपन साल पहले आठवीं कक्षा में पढ़ने के समय मेरे भुगोल के शिक्षक के आग्रह पर संघ के शाखा में जाना प्रारंभ किया था ! शायद (1965-66) का दौर होगा !
और हमारे मित्र के नाती के जैसे ! हमे भी शाखा चालक मुस्लिमों ने बटवारे के समय, हमारे हिंदु माँ – बहनों के उपर किये हुए अत्याचारों के बढ़ा-चढ़ाकर ! किस्से कहानियों को सुनने के बाद ! मै शाखा से घर वापस लौटने के पहले जानबूझकर मुस्लिम बस्ती में जाकर बहुत ही घटीया गाली – गलौज करके लौटता था ! और तांगा चलाने वाले, रजई – गद्दा, तकीया, मसनद बनाने का काम करने वाले ! लगभग सभी अपने हाथों से काम कर के गुजर – बसर करने वाले मुस्लिम, लोगों के मुहपर मुझे देखकर गुस्सा तो दुर ! की बात उल्टा कुछ सहमते हुए डर ही दिखाई देता था ! और मुझे अपने बहादुरी पर बड़ा ही गर्व होता था ! और मेरी भी छाती छप्पन इंच चौडी हो जाती थी !


हिटलर के स्टार्म स्टुपर्स हो, या मुसोलीनी के बलाला ! और संघ के प्रशिक्षण में कोई भी फर्क नहीं है ! किसी कौम या व्यक्ति को शत्रुओं की कल्पना करना ! और फिर दंगे की सहभागिता हो या महात्मा गाँधी जी के हत्यारों को तैयार होने के इस देश में लाखो शाखाओं में यही बात कही जाती है ! तो फिर नरेंद्र मोदी, अमित शाह, आदित्यनाथ जैसे लोग ही तैयार होंगे !
और हेमंत बिस्वा जैसे लोग भले ही कांग्रेस या किसी अन्य पार्टियों से, बीजेपी में जाने के बाद ! अपनी वफादारी सिद्ध करने के लिए, इस तरह कमर के निचे बोलने की कोशिश कर रहे हैं !
सबसे हैरानी की बात हिटलर – मुसोलीनी गिनकर पच्चीस साल के भीतर आये और चले गए ! अब वहाँ उनके नाम लेने की भी मनाई हैं !
और आज भारत में इस तरह के फासीस्ट संघठन दिन – दुना, रात – चौगुनी तरक्की कर रहे हैं ! भारत की बहुआयामी संस्कृति को नष्ट करने वाले लोगों को 135 करोड़ जन संख्या जिसमें अल्पसंख्यक समुदायों का अनुपात सभी मिलाकर एक चौथाई होगा ! और उसे लगातार दंगे, माबलिंचिग, लवजेहाद, हिजाब, कोरोना जैसे मुद्दों पर सतत लक्ष्य करना देश की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ करना है !
और ऐसे लोगों को देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने का अधिकार जैसा मिल गया है ! यही लोग दुसरोको सूडोसेक्यूलर बोल रहे हैं ! तो मैंने इन्हें सूडोनैशनालिस्ट बोलना शुरू किया है !
क्योंकि आजादी के आंदोलन में एक पालीसी के तहत शामिल नही रहे ! उल्टे आजादी के आंदोलन वाले लोगों के खिलाफ पुलिस के लिए मुखबिरी ! और ब्रिटेन की सेना में भर्ती करने के काम में शामिल थे !
महात्मा गाँधी जी के खिलाफ बदनामी की मुहिम चला – चला कर ही उनकी हत्या ! और उसके बाद झुठे प्रचार कि महाराष्ट्र में हजारों की संख्या में ब्राह्मण मारे गए ! और अब प्रधानमंत्री पद पर बैठे हुए नरेंद्र मोदी कोरोना जैसी वैश्विक बिमारी को भारत में फैलाने का आरोप काँग्रेस और महाराष्ट्र के मथ्थे मढना बारह करोड़ महाराष्ट्रीयन लोगों का अपमान वह भी भरी लोकसभा के अंदर !
भारत के संसदीय इतिहास में, इसके पहले शायद ही कभी किसी प्रधानमंत्री ने किसी एक राज्य को लेकर, इस तरह गैरजिम्मेदाराना वक्तव्य दिया होगा ! इसलिये मैं एक महाराष्ट्रीयन होने के नाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़े शब्दों में भर्त्सना करता हूँ ! और उन्होंने अविलंब संपूर्ण महाराष्ट्रकी माफी मांगने की मांग मै इस पोस्ट के माध्यम से कर रहा हूँ !
नरेंद्र मोदी को खुद की अकर्मण्यता कबुल करके डोनाल्ड ट्रंप के (फरवरी 2020 )स्वागत का स्वांग ! अहमदाबाद के क्रिकेट मैदान में लाखो लोगों को इकट्ठा करके ! और हमारे देश के खजाने में पैसा नहीं है ! बोलने वाले देश के लोगों के पसीने के टैक्स का हजारों करोड़ का खर्चा करके ! वह तमाशा क्या कोरोना प्रबंधन की शुरुआत थी ?


और अचानक लाकडाऊन की घोषणा कर के करोड़ों लोगों को आफत में डालने वाले के मुहमे कांग्रेस, महाराष्ट्र जैसे आरोप लगाकर अपनी नाकामयाबी छुपाने के अलावा कुछ भी नहीं है !
और गोवाचुनाव के प्रचार सभा में जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ बदनामी की मुहिम ! जो संघ की शुरू से ही जारी है ! लेकिन अभी चुनाव में आजादी के बाद चौदह साल देरी नेहरू ने जानबूझकर की ! यह आरोप आठ साल प्रधानमंत्री पद पर रहने वाले आदमी की अज्ञानता पर तरस आता है !
और खुद जीस संघठन में उम्र के सत्रह साल की आये वह 1925 में स्थापित होने के बावजूद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर गोवा और हैदराबाद के मुक्ति संग्राम में कहा थे ? 18 जून 1946 को डॉ राम मनोहर लोहिया ने गोवा में आजादी का बिगुल फुकने का पचहत्तर साल के इतिहास में संघ परिवार की भूमिका क्या है ! कितने शहिद हुए और कितने जेल में गए थे ?
भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस तथा सरदार पटेल के उपर गांधी जी ने अन्याय किया बोलने वाले लोगों ने ही भगतसिंह और अन्य देश भक्तों को पकड़ा देने से लेकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को हेडगेवार ने 1940 मे खाली हाथ लौटाया ! तभी तो वह विदेश जाने के लिए विवश हुए और उन्हें कांग्रेस ने महात्मा गाँधी जी ने तकलीफ दिया जैसे झुठे आरोप करके उनकी मुर्तीयो की राजनीति करने वाले लोगों को कोई नैतिक अधिकार नहीं है !
सरदार पटेल ने अपने पत्र में संघ परिवार ने महात्मा गाँधी जी के हत्या से लेकर बटवारे के समय दंगे करने के लिए संघ की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला है ! और जोर-जबरदस्ती से हजारों करोड़ रुपये की लागत से मुर्तीयो की सस्ती राजनीति करने वालों पर लानत है !
और आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा के मुहसे जो विषवमन करवाया है उसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है उस बड़बोले ने अपनी वफादारी सिद्ध करने में समस्त नारी जगत का अपमान किया है ! इसलिए उसे अविलंब मुख्यमंत्री के पद पर से हटाने की मांग कर रहा हूँ !
डॉ सुरेश खैरनार पूर्व अध्यक्ष राष्ट्र सेवा दल, नागपुर 14 फरवरी 2022

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