पटना: मौसम चुनावी है इसलिए हर कोई अपनी अपनी गोटी फिट करने में लगा है .अपने ही साथियों से चोट खाए जीतन राम मांझी को उस समय थोड़ी राहत मिली जब भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने उनको एनडीए में आने का न्योता दिया. नित्यानंद ने कहा कि मांझी जी के लिए एनडीए के दरवाजे खुले हुए हैं उनका जितना इज्जत पहले होता था उतना ही इज्जत हम लोग देंगे . इसलिए फैसला अब मांझी जी को करना है .

जानकार बताते हैं कि दानिश रिजवान और विशाल पटेल के इस्तीफे के बाद जीतन राम मांझी काफी दबाव में हैं. चुनाव सामने है और राजद या कांग्रेस की ओर से भी कोई ठोस आश्वासन अब तक नहीं मिल पाया है .जीतन राम मांझी को लगता है कि मुकेश साहनी और उपेंद्र कुशवाहा से भी कम तवज्जो महागठबंधन में उन्हें मिल रही है .इसलिए कोई ना कोई फैसला उनको जल्द से जल्द करना होगा ताकि वह खुद को और अपनी पार्टी को बचा सकें. ऐसे में नित्यानंद राय का न्योता उनके लिए संजीवनी का काम कर सकता है .वैसे सूत्रों का कहना है कि जीतन राम मांझी कांग्रेस की और भी टकटकी लगाए हुए हैं .

उनको लगता है अगर किसी वजह से कांग्रेस महागठबंधन से अलग होती है तो उनके लिए एक और विकल्प खुल सकता है इसलिए यह माना जा रहा है की मांझी जल्दबाजी में अभी कोई कदम नहीं उठाएंगे .पहले वह कांग्रेस के कदम का इंतजार करेंगे इसके बाद ही एनडीए की और अपनी नजरें इनायत करेंगे .देखना दिलचस्प होगा की मांझी को लेकर तेजस्वी यादव अपने रुख को बदलते हैं या फिर मांझी के फैसले का इंतजार करते हैं

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