नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : कुछ दिन पहले यूपी के बहराइच में लावारिस हालात में एक बच्ची मिली थी जिसके बारे में ये कहा जा रहा था की ये जानवरों के साथ पली बढ़ी है और इसी को देखते हुए उसे ‘मोगली गर्ल’ कहा जा रहा था. अब उसी मोगली गर्ल को लेकर नई जानकारी मिली है. दरअसल ‘मोगली गर्ल’ मानसिक रूप से कमजोर नहीं है, बल्कि वह तेजी से इंसानी तौर-तरीके सीख रही है। मेंटल केयर होम में बच्ची की देखभाल कर रहे डॉक्टरों ने यह जानकारी दी।
लखनऊ में मेंटल केयर होम ‘निर्वाण’ के हेड सुरेश सिंह धपोला ने बताया कि अब वह बच्ची खाने के लिए ‘दाना’ शब्द का प्रयोग करती है, जबकि पानी के ग्लास के लिए इशारा करती है। अब उसे पता है कि उसे कब कपड़ा उतारना है और कब नहीं। वह लोगों को देखकर इंसानी व्यवहार सीख रही है।
धपोला ने बताया कि बच्ची के पास शब्द नहीं है बल्कि वह केवल इशारों से ही बात करती है। इसलिए उसे ‘एहसास’ नाम दिया गया है। केयर होम में बच्चों के साथ रहने से वह शांत हुई है। जहां पहले दिन वह खाने को हाथ भी नहीं लगा रही थी, वहीं अब जूस, दूध और सब्जियां खा ले रही है। अब वह बगैर किसी मदद के चल ले रही है तथा कभी- कभी हंस भी लेती है।
जनवरी महीने में बहराइच के कतर्निया घाट फॉरेस्ट रेंज में लावारिस हालात में पाई गई बच्ची ने देश-विदेश की हेडलाइंस में जगह पाई। पहले आई रिपोर्ट्स के अनुसार 8 से 11 वर्ष की उम्र के बीच की इस बच्ची के शरीर पर कई निशान थे। इससे अनुमान लगाया गया था कि वह बंदरों के बीच पली है।