देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर फैली हिंसा अब थम गई है. लेकिन हिंसा थमने के बाद अब जख्मों का दिखना शुरू हो गया है. भीड़ की क्रूरता का शिकार हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के कर्मचारी अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कई ऐसे तथ्य सामने रखे हैं, जो झकझोरने वाले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित शर्मा के शरीर में अनगिनत बार चाकू से वार किया गया, उनके सीने-पेट पर चाकू के निशान हैं.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या निकला?
IB के कर्मचारी अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं. इसमें अंकित शर्मा के शरीर पर अनगिनत चाकू के निशान हैं, जिनमें पेट-सीने पर सबसे अधिक वार किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाती है कि अंकित शर्मा की हत्या बेरहमी से की गई और उपद्रवियों ने क्रूरता का प्रदर्शन किया.
अंकित के पिता ने दर्ज कराई एफआईआर
अंकित शर्मा के पिता के द्वारा जो FIR दर्ज की गई है, उसके मुताबिक इस मामले में IPC की धारा 302, 201, 365, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है. FIR के मुताबिक, अंकित उनका छोटा बेटा था. भजनपुरा से करावल नगर तक जाने वाली सड़क पर CAA के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन चल रहा था. इस दौरान भीड़ के बीच पत्थरबाजी, आगजनी और फायरिंग की घटना भी हुई.
इस FIR में आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन का भी नाम है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि ताहिर हुसैन ने अपने घर पर गुंडे इकट्ठे किए थे, दफ्तर के ऊपर से फायरिंग की गई, पेट्रोल बम फेंके गए. दर्ज एफआईआर में लिखा गया है कि अंकित 25 फरवरी की शाम 5 बजे घर से बाहर सामान लेने गया था, काफी देर के बाद बाद जब उसकी तलाश की गई तो वो नहीं मिला.
26 फरवरी को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस को गोताखारों की मदद से अंकित की लाश मिली थी. अब इस एफआईआर को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया.
AAP पार्षद की मुश्किलें बढ़ीं
दिल्ली में हिंसा को बढ़ावा देने, हत्या के आरोप में दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर केस दर्ज किया गया है. जिसके बाद पार्टी ने ताहिर हुसैन को निलंबित कर दिया. दिल्ली पुलिस ने आगजनी, हत्या और हिंसा फैलाने का केस दर्ज किया है. दयालपुर थाने में दर्ज किए गए केस के बाद ताहिर हुसैन के खजूरी इलाके में स्थित घर को सील कर दिया गया. ताहिर हुसैन के घर से पेट्रोल बम, पत्थर, गुलेल समेत ऐसे कई सामान मिले थे, जिसका हिंसा फैलाने से संबंध था.
आपको बता दें कि दिल्ली में भले ही हिंसा थम गई हो, लेकिन इस दौरान जो तबाही हुई उसकी तस्वीरें सामने आ रही हैं. अस्पतालों की जानकारी के मुताबिक, अभी तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी तक 48 एफआईआर दर्ज हुई हैं और 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.