आप दृढ़ इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास के साथ किसी कार्य को करने की ठान लें तो हर मुश्किल आसान हो सकती है. दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं है, जिसे पूरा न किया जा सके. इसी विश्वास के साथ प्रकाश उपाध्याय ने दुनिया की सबसे छोटी क़िताब लिखने कार्य कर किया. अब वह अपने इस कार्य को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं. प्रकाश ने दावा किया है कि अब तक विश्व में इतनी छोटी साइज की क़िताब किसी ने नहीं लिखी है. इसका साइज चार गुणा चार एमएम और मोटाई 8 एमएम है. 192 पृष्ठ की इस पुस्तक में 192 देशों के नाम उनके राष्ट्रध्वज के साथ है. राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में पैथोलॉजी विभाग में आर्टिस्ट के पद पर कार्यरत प्रकाश ने इस छोटी सी क़िताब को वाटर कलर व एक्रेलिक पेंट से लिखा है. कई दिनों की कड़ी मेहनत से यह पुस्तक तैयार की गई है. छोटी साइज की पुस्तक का अभी तक का जो रिकॉर्ड है, वह उत्तर प्रदेश के तरुण कुमार के नाम है. उनकी पुस्तक 5 गुणा 8 एमएम साइज की है, जिसमें हनुमान चालीसा लिखी गई है. 31 दिसंबर, 2012 को गिनीज बुक में इसे दर्ज किया गया था. प्रकाश का दावा है कि अब उनकी क़िताब दुनिया की सबसे छोटी क़िताब के रूप में दर्ज ज़रूर होगी. उन्हें अपने कार्य पर पूरा भरोसा है. प्रकाश ऑयल पेटिंग व वाटर पेटिंग बनाते हैं.
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