सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों सबरीमाला मंदिर को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा था कि मंदिर में सभी उम्र कि महिलाएं प्रवेश सकती है. बता दें कि कोर्ट के फैसले के कारण केरल में विरोध के स्वर उठ रहे है जिसको लेकर बीजेपी सांसद उदित राज ने कहा कि महिलाएं खुद ही महिलाओं को गुलाम बना रही है.
इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाएं खुद पुरषों से कमतर होना चाहती है. एक तरफ जहां महिलाएं गैर-बराबरी और गुलामी से निजात पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर केरल में कुछ और ही देखने को मिल रहा है.
सांसद ने ये भी कहा विश्व में पहली बार ऐसा हो रहा है जब महिलाएं गैर-बराबरी और गुलामी को पाने के लिए लड़ रही है. उन्होंने अपने बयान को लेकर कहा कि ये मेरा व्यक्तिगत बयान है न कि रजनीतिक.
बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमणयम स्वामी ने भी कहा कि तीन तलाक भी तो मुस्लिम समुदाय के लिए पुरानी प्रथा थी, लेकिन उन्होंने इस कुप्रथा को खत्म करते हुए नवप्रवर्तन को ओर आगे बढ़े.