लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के लिए मतदान में अब सिर्फ 12 दिन बचे हैं। मतदाताओं के दिलों पर राज करने के लिए वादों की झड़ी लगाई जा रही है और उसके साथ ही विवादित बयानों के जरिए राजनीतिक दल एक दूसरे पर निशाना भी साध रहे है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी नेताओं को लगता है कि सुर्खियों में बने रहने के लिए लिए इस तरह के बयान जरूरी है। उसी कड़ी में इटावा से बीजेपी प्रत्याशी राम शंकर कठेरिया की जुबां से कुछ बोल फूटे।
राम शंकर कठेरिया ने बीएसपी मुखिया मायावती को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जब बीएसपी शासन में थी तो उनके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कराए गए। लेकिन उनकी लड़ाई जारी रही और मायावती उन्हें जेल भेजने में नाकाम रहीं। केंद्र और प्रदेश में आज बीजेपी की सरकार है। अगर किसी ने बीजेपी पर उंगली उठाने की कोशिश की तो उस उंगली को तोड़ दिया जाएगा।
राम शंकर कठेरिया का भी विवादित बोल से नाता रहा है। वो अलग अलग मौकों पर इस तरह के बयान देते रहे हैं। मौजूदा लोकसभा में वो आगरा से सांसद है। लेकिन इस दफा बीजेपी ने उनका टिकट आगरा से काटकर एस पी सिंह बघेल को प्रत्याशी बनाया है। राम शंकर कठेरिया इस चुनाव में इटावा से बीजेपी प्रत्याशी हैं। राम शंकर कठेरिया, बीजेपी के अनुसूचित जाति के बड़े चेहरों में से एक हैं।
विवादित बयानों से सिर्फ राम शंकर कठेरिया अपने विरोधियों पर निशाना नहीं साधते रहे हैं। बल्कि अलग अलग दलों के नेताओं का भी यही रवैया रहा है। संभल से समाजवादी पार्टी के नेता फिरोज खान ने जया प्रदा पर निशाना साधते हुए कहा था कि अब तो रामपुर की शामें रंगीन होंगी। इस चुनाव में लोग सिर्फ उन्हें देखने के लिए आएंगे। सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने इतना काम किया है कि उनकी जीत सुनिश्चित है