वीडियो वायरल के बाद मचा था आयुष्मान कार्ड को लेकर हंगाम
भोपाल। सोशल मीडिया पर हो रही बदनामी, सरकारी फाइलों में दौड़ पड़े आदेश और भोपाल से लेकर दिल्ली तक के नेताओं द्वारा किए जाने वाले हस्तक्षेप ने कोविड अस्पताल चिरायु को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। दो दिन पहले अभद्र व्यवहार के साथ सरकारी आदेशों को मानने से इंकार करने वाले चिरायु प्रबंधन ने आयुष्मान धारक मरीजों के परिजनों की राशि लौटाना शुरू कर दी है। विदिशा निवासी एक युवक द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो के बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले में दखल दिया, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजन से जमाई कराई गई दो लाख रुपए की राशि उन्हें लौटा दी है।
आयुष्मान कार्ड के हितग्राहियों को इलाज से इंकार करने और इलाज के लिए पैसा जमा कराने की जिद करने के बाद लगातार चिरायु अस्पताल के खिलाफ वीडियो वायरल होने लगे थे। दो दिन में दो मरीजों द्वारा इस तरह की शिकायत की गई थी। दादागिरी का आलम यह था कि प्रबंधन की तरफ से स्वयं आगे आकर वीडियो बनाने की ताकीद कर रहे थे। मामला सरकारी विभागों से होता हुआ दिल्ली दरबार तक पहुंच गया। जिसके बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चिरायु प्रबंधन से बात की। सूत्रों का कहना है कि राजधानी भोपाल में रहने वाले सिंधिया समर्थक कृष्णा घाडगे ने मध्यस्था निभाते हुए फरियादी महेन्द्र रघुवंशी की बात सिंधिया से कराई थी। जिसके बाद राज्यसभा सांसद ने प्रबंधन से बात की और महेन्द्र द्वारा जमा कराई गई दो लाख रुपए की राशि चिरायु प्रबंधन से उसको लौटा दी है।
अब भी झूठ पर कायम गोयंका
सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो वायरल होने के बाद चिरायु अस्पताल संचालक अजय गोयंका को इसी प्लेटफार्म का सहारा लेकर अपनी सफाई देना पड़ी थी। उन्होंने अपने वायरल वीडियो में कहा है कि वालेंटियर्स द्वारा उनके नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए आयुष्मान कार्ड स्वीकार नहीं करने की बात कही है। लेकिन वास्तविकता में मरीज के परिजन को अस्पताल की चौखट से बाहर फेंकने का आदेश देने वाला यह शख्स कोई और नहीं बल्कि डॉक्टर अजय गोयनका के साले का बेटा कटनी निवासी आकाश बजाज है। सूत्रों का कहना है कि आकाश की उम्र मात्र 19 साल है और उसके पास न कोई डिग्री है और न ही कोई अनुभव। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी डॉ. गोयंका के साले मोती बजाज का एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह चिरायु अस्पताल में हो रही दर्जनों मौतों के बारे में एवं सरकार के खिलाफ बातचीत करता हुआ सुनाई दे रहा था।