‘हिंदू बनाम हिंदू’ ! यह चालिस पन्ने की डॉ. राम मनोहर लोहिया की साठ साल पुराने किसी एक भाषण की छोटी सी पुस्तिका है ! जो भारत के पिछले तीस पैतिस सालों से वर्तमान समय तक चल रही भारतीय जनता पार्टी के तरफसे चलाए जा रहे द्वेषपूर्ण उग्रहिंदूत्वादि राजनीतिक स्थिति का हूबहू वर्णन किया है ! कल नई संसद के उद्घाटन समारोह एक तरफ जारी था ! और उसी इमारत से कुछ दूरी पर स्थित पार्लमेंटस्ट्रिट के रस्ते पर जंतर-मंतर पर पिछले कुछ दिनों से हमारे देश की महिला खिलाड़ियों के तरफसे उनके साथ किए गए लैंगिक शोषण के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए धरना जारी था ! और कल अचानक दिल्ली पुलिस ने उस धरना स्थल पर जाकर जोर-जबरदस्ती से उन बच्चियों को उठा – उठाकर गाडीयो में डालकर ! किसी अज्ञात स्थानों पर अलग – अलग ले जाने की कार्रवाई के साथ ही ! उनके जंतर-मंतर पर के तंबू और व्यक्तिगत सामान को तहस – नहस करने का काम किया है !
लगभग सभी बच्चियां हिंदू समुदाय की है ! और हरियाणा जैसे राज्य की है जहाँ पर महिलाओं को पुरुषों की तुलना में आज भी कमतर माना जाता है ! और काफी महिलाओं के सर पर के घुंघट दूर हुआ नहीं है ! लड़की को पैदा होने के पहले ही गर्भजल परीक्षा में गर्भपात करने का अनुपात काफी ज्यादा है !
उस हरियाणा के मां बाप के मन पर आज क्या असर हो रहा होगा ? यह तो आपातकाल की घोषणा के बाद जयप्रकाश नारायण ने विनाशकाले विपरीत बुद्धी जैसे शब्द प्रयोग किया था आज मुझे हूबहू वर्तमान समय की सत्ताधारी दल के व्यवहार से ऐसा ही लगता है ! अखिल भारतीय कुस्ती महासंघाके अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने यौन शोषण किया ! यह आरोप 2023 के शुरू में ही करने के बाद उन्हें आश्वासन दिया था ! “कि हम अंतर्गत जांच कर रहे हैं !” लेकिन उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ ! तो फिर 24 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया ! जिसमें उन्हें समर्थन देने के लिए सभी विरोधी दलों के नेताओं से लेकर, देशभर के विभिन्न जनांदोलनों के लोगों ने ! जिन्हें दिल्ली जाकर समर्थन देना संभव था उन्होंने दिल्ली में सांकेतिक रूप से ! कुछ समय उनके साथ बैठ कर समर्थन दिया ! और लगभग देश के हर जगह पर भी उन्हें समर्थन देने के लिए लोगों ने धरना – प्रदर्शन किया है !
हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भी दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए आदेश जारी किया था ! और बड़ी मुश्किल से दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया ! लेकिन कोई कार्रवाई करना तो बहुत दूर की बात है ! जिस आदमी के उपर अपराधी होने का आरोप है ! वह गोंडा उत्तर प्रदेश के संसदीय क्षेत्र से सातवें बार लोकसभा में बीजेपी का सदस्य है ! और इसका पूर्व चरित्र को देखते हुए ! इस पर एक दर्जन से अधिक अपराधीक मामले दर्ज हैं ! और एक हत्या का भी मामला है !
इस आदमी ने मायावतीजी के मुख्यमंत्री रहते हुए ! बीजेपी के वरिष्ठ नेता नानाजी देशमुख की सूचना के अनुसार गोंडा के नाम की जगह जयप्रकाश नारायण नगर नाम देने की मांग की थी ! और मायावतीजीने जयप्रकाश नारायण नगर नाम देने का फैसला ले लिया था ! लेकिन इस आदमी ने घोषणा की ! “कि अगर गोंडा की जगह जयप्रकाश नारायण के नाम देने से गोंडा में खून की नदियाँ बहा देंगे !” तो आज भी जयप्रकाश नारायण के नाम की जगह गोंडा नाम बदस्तूर जारी है !
वर्तमान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को गुंडाराज से मुक्त करने की घोषणा की है ! और अतिक अंसारी या उसके बेटे की हत्या उसी कड़ी के रूप में देखी जा रही है ! लेकिन गोंडा के सांसद शायद आदित्यनाथ के जाती से होने के कारण ! और लगातार सात बार वहां से लोकसभा सदस्य बनने के कारण ! आदित्यनाथ से लेकर पार्टी वुईथ डिफरंस का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की हिम्मत नहीं हो रही है ! कि इस आदमी के उपर कारवाई करे !
और प्रधानमंत्री बेटी बचाओ अभियान की घोषणा लगातार किए जा रहे हैं ! लेकिन उनके नाक के नीचे राजधानी दिल्ली में पैतिस दिनों से भी अधिक समय से धरना दे रहे लडकियो की मांगों के उपर कारवाई करना तो दूर की बात है ! उल्टा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में कल एक तरफ “भारत के जनतंत्र को विश्व के सभी जनतंत्र की माँ है ! ” बोलते हुए दुसरी तरफ अपने उपर हुए अत्याचार को लेकर धरना दे रही भारत की किसी मां-बाप की बच्चियों को घसिटकर जोर-जबरदस्ती से पुलिस उठा – उठाकर अज्ञात स्थलों पर लेकर चलें गए ! और उन्होंने अपनी बारिश तथा धुप से बचाव के लिए लगाएं हुए तंबू तहस – नहस कर दिए ! और उनके व्यक्तिगत सामान को भी !
और प्रधानमंत्री नई संसद में दुनिया के लोकतंत्र की माँ भारत के लोकतंत्र को बोल रहे थे ! ऐसे दुष्कर्मोंको करने वाले लोगों को छुपाने वाली माँ हमें नहीं चाहिए ! जालिम फिर वह खुदका बेटा क्यों न हो ! उसे उसके गुनाहों की सजा देने वाली मांँ चाहिए ! न ही सिर्फ बेटी बचाओ अभियान में बोलने वाले या विश्व के लोकतंत्र की माँ कहने वाले पाखंडीयो की भाषा ! यह पाखंड दिखा – दिखा कर ही गत नौ वर्ष से इस देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा करने वाले लोगों को यह भाषण शोभा नहीं देता है ! क्योंकि पंद्रह अगस्त 2014 के लालकिले के प्रथम संबोधन में प्रधानमंत्री ने संपूर्ण भारत की जनता को टिम इंडिया की उपमा दी थी ! लेकिन चंद दिनों के भीतर उसी टीम इंडिया में से कुछ लोगों को मॉबलिंचिग में मारने का क्रम जारी हुआ ! प्रधानमंत्री ने खुद उन्हें गुंडों की उपमा दी लेकिन गुंडों के उपर क्या कारवाई हुई यह संशोधन का विषय है !
अभि हमारे राष्ट्र सेवा दल के मुंबई के अध्यक्ष श्री. शरद कदम आजकल इंग्लंड मे है ! और रोज ही उनके इंग्लैंड के विभिन्न स्थानों पर जाने की पोस्ट फेसबुक पर देख रहा हूँ ! अभी कल ही की पोस्ट में उन्होंने इंग्लैंड की पार्लमेंटपर जाने की पोस्ट की है ! और लिखा है ! कि इंग्लैंड के पार्लमेंट के तरफ जानेवाले किसी भी रोडपर कोई बॅरिकेड नही है ! और प्रदर्शन करने वाले लोगों को पार्लमेंट तक जाने की इजाजत है ! कुछ लोग तो पार्लमेंटके अंदर भी जा सकते हैं ! यहां तो पार्लमेंटमे चुनकर गए हुए लोगों को बाहर निकाला जा रहा है ! अंदर तक जाने वाली लड़कियों को कल कहा गायब कर के ले गए यह अभितक भी पता नहीं चल पाया है !
एक तरफ राजदंड के सामने साष्टांग दंडवत ! और दुसरी तरफ बेटी बचाओ अभियान के नारे लगाने वाले देश की राजधानी में ! 35 दिनों से अपने साथ हुए यौन शोषण करने वाले गुनाहगारों के उपर कारवाई करने की मांग करने वाली बच्चियों को दिल्ली पुलिस के द्वारा जबरन धरनास्थल से उठाकर गुप्त जगहों पर ले जाने की हरकतों से क्या संदेश दे रहे हैं ?
नए संसद भवन के उद्घाटन भाषण में नरेंद्र मोदी भारत के जनतंत्र को संपूर्ण विश्व की माँ है बोल रहे है ! और इसी मांँ के पेट से पैदा हुई लडकियों के साथ यह व्यवहार ? नरेंद्र मोदीजी के पाखंड को उजागर कर रहा है !
जनवरी से इन लड़कियों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और उनके सहयोगी कीतने आपत्तिजनक यौन शोषण के गुनाह कर चुके हैं ! और उन बच्चियों में एक बच्चि सोलह साल के निचे उम्र की है ! सभी बच्चियों ने वैश्विक स्तर पर भारत का मान बढ़ाया है ! किसिने ऑलंपिक में तो किसिने एशियाई स्तर के खेल में ! भारत को पदक दिलाया है !
यदि इतनी आंतराष्ट्रीय स्तर पर नाम की हुई बच्चियों के साथ इस तरह के अन्यायपूर्ण व्यवहार होने के बाद भी ! भारत सरकारने सर्वोच्च न्यायालयाने जब एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया तब एफआईआर दर्ज किया ! लेकिन जिस अपराधियों के उपर कारवाई होनी चाहिए वह आरामसे आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए घुम रहा है !
और कल 28 मई को भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन एक तरफ हो रहा है ! प्रधानमंत्री दुनिया के जनतंत्र की माँ जैसे उपमा देते हुए भाषण दे रहे हैं ! और कुछ मिटर की दूरी पर उसी मां की संतानों के साथ क्या व्यवहार किया जा रहा है ? क्या यह प्रधानमंत्री को मालूम नहीं है ?
मेरा आरोप है कि यह प्रधानमंत्री के आदेश के बगैर ! पैतिस दिनों से भी अधिक समय से जंतर-मंतर पर धरना दे रही कुस्तीगीर लडकियों के धरने को खत्म करना भारतीय जनतंत्र की हत्या करने का काम किया गया है ! अगर नई संसद की शुरुआत ही आप इस देश की लडकीयो के साथ इस तरह के अत्याचार से कर रहे हो तो भविष्य में हमारे 145 करोड़ जन संख्या के देश के लोगों के साथ क्या करोगे ?
वैसे भी पिछले नौ सालों का आपको जनतंत्र के प्रति कितनी आस्था है ? यह नागरिकता के बील से लेकर किसानो तथा मजदूरों के संबंध में बदले गए बीलो से आपकी लोकतंत्र की आस्था की पर्याप्त परीक्षा हो चुकी है ! आप नब्बे साल पहले जर्मनी के अडॉल्फ हिटलर के जैसा संसदीय तंत्र को सत्ता की सिढीयो के तौर पर इस्तेमाल करने के अलावा आपको रत्तीभर का आदर नहीं है !
वह आपने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपती को न बुलाकर आप जनतंत्र का कितना सम्मान करते है ? यह बात सिद्ध कर दी है ! हमारे संसदीय प्रणाली में आपका क्रमांक तीसरा आता है ! सबसे पहले राष्ट्रपति दूसरे नंबर पर उपराष्ट्रपती और बाद में प्रधानमंत्री का क्रम आता है ! यह प्राथमिक जानकारी गांव के पंचायत सदस्य को तक मालूम है ! और यह दोनों लोगों के रहते हुए आपने खुद ही संसद भवन का उद्घाटन किया ! और उपर से विश्व लोकतंत्र की माँ जैसे संबोधन करना लोकतांत्रिक प्रणाली की धज्जियाँ उडाना है !
और यह कम लगा तो उसी क्षण संसदभवन से चंद मीटर की दूरी पर पिछले पैतिस दिनों से अपने उपर हुए अत्याचारों के खिलाफ, न्याय मांगने के लिए बैठी हुई बच्चियों को दिल्ली पुलिस की मदद से जिस तरह से शारीरिक हमले करते हुए ! धरनास्थल से हटाकर अज्ञात जगहों पर ले जाने की कृति भारत के लोकतंत्र की धज्जियाँ उडाने की कृति है ! पूरा विश्व यह देखकर हतप्रभ है ! कि एक तरफ 145 करोड़ आबादी के विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के देश की नई संसद भवन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री विश्व के लोकतंत्र की माँ है बोल रहे है ! और उसी क्षण इस देश की बच्चियां पैतिस दिनों से भी अधिक समय से अपने उपर हुए अन्याय के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही थी ! उन्हें न्याय देना तो दूर की बात है ! उल्टा पुलिस के द्वारा जबरदस्ती से शारीरिक और उनके धरना स्थल के तंबू को तोड़कर उनके व्यक्तिगत सामान को फेककर, उन बच्चियों को अज्ञात जगह पर ले जाने की कृती को क्या भारतीय लोकतंत्र की धज्जियाँ उडाने की कृति, और उद्घाटन समारोह में भारत विश्व के लोकतंत्र की माँ जैसी बात करना पाखंड नही है ?
भारतीय कुश्तीगीर संघ का पूर्व अध्यक्ष ऐसा कौन पहलवान है ? जिसे भारत का संविधान भी डर रहा है ? सर्वोच्च न्यायालय ने तक कारवाई करने के लिए कहने के बावजूद ! उसके उपर कारवाई तो दूर की बात है ! उल्टा पिडीत लडकीयो को कल दिल्ली पुलिस ने जिस तरह से शारीरिक हमले जैसी कार्रवाई की है ! उससे आपके बेटी बचाओ अभियान की धज्जियाँ उड रही थी ! और विश्व लोकतंत्र की माँ कि इज्जत सरेआम बेइज्जती हो रही थी !
मै इस तरह के पाखंड करते हुए हमारे बेटियों के साथ दिल्ली पुलिस ने कि हुई कार्रवाई की निंदा करते हुए अविलंब उन्हें रिहा करते हुए उनके साथ अन्याय करने वाले लोगों के उपर तुरंत कार्रवाई की मांग करता हूँ !
डॉ. सुरेश खैरनार 29 मई, 2023, नागपुर.