नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल) : जिंदगी कभी-कभी दो राहे पर ला कर खड़ा कर देती हैं जिसमें से किसी एक राह को चुनना पड़ता है. लेकिन इसका रिजल्ट बाद में पता चलता है कि कौन सा रास्ता सही था. ऐसा ही कुछ वेस्ट त्रिपुरा में एक आदिवासी महिला के साथ हुआ है जिसे अपने पति और नवजात बच्चे में से किसी एक को चुनना पड़ा है. ऐसे में महिला ने पति को चुना और पति के इलाज के लिए नवजात शिशु को बेच दिया क्योंकि पति के इलाज के लिए उसके पास पैसा नहीं था.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक यह घटना वेस्ट त्रिपुरा में तेलिमुरा पुलिस स्टेशन के रंगीया तिला गांव की है. उषा रजंन देबबर्मा मजदूर है और काफी दिनों से बीमार चला रहा था. काम पर न जा पाने के वजह से घर और दवा का खर्च उठा पाना उनकी बीबी दिनामाला देबबर्मा को भरी पड़ रहा था. इसलिए दिनामाला ने 7600 रुपए में अपने नवजात बेटे को बेच देने का रास्ता चुना।
बता दे दिनामाला के पहले से ही 3 बेटे हैं और 17 अप्रैल को चौथे बेटे को जन्म दिया है. उसके पड़ोसी ने उसे पैसे के बदले बच्चा देने का ऑफर दिया था. पड़ोसी ने दिनमाला के साथ डील पक्की कर ली और भरोसा दिलाया कि जब उसे अपने पति के इलाज के पैसों की जरूरत होगी, वह उसे दे देगा.
एसडीएम जयंत डे ने कहा, ” यह घटना मेरी जानकारी में आने के बाद एक टीम को उस परिवार से मिलने के लिए भेजा गया। ताकि दिनामाला के पति को हॉस्पिटल में भर्ती किया जा सके। लेकिन उन्होंने आने से मना कर दिया। उसके घर वाले और पड़ोसी बच्चा बेचने की बात से इनकार किया है”