मुख्य बातें….
- मनीष सिन्हा ने कोर्ट में याचिका दाखिल की.
- दाखिल याचिका में कई अधिकारियों पर लगाया आरोप.
- आज होगी सुनवाई.
सीबीआई विवाद दिन व दिन विवादों के शिखर पहुंचता जा रहा है. अभी तो फिलहाल ये कहीं से भी थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. अब इस इसी कड़ी में सीबीआई के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मनीष कुमार सिन्हा ने लाँ स्क्ररेट्ररी सुरेश चन्द्रा पर आरोप लगाया है कि वे सीबीआई विवाद प्रकरण में हस्तक्षेप कर रहे हैं. इतना ही नहीं वे तो हैदराबाद के व्यपारी सतीश सना को बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, सुरेश चन्द्रा ने अपने आरोपों का बचाव करते हुए कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए ये आरोप पूरी तरीके से बेबुनियादी और आधारहीन है. इसके साथ ही चन्द्रा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का सिलेसिलेवार जबाव भी दिया. उन्होंने कहा…
पहली बात- मुझे कैबिनेट सचिव से इस बारे में कोई निर्देश नहीं मिला था.
दूसरी बात- मैं लदंन में नहीं था, जैसा की सिन्हा ने आरोप लगाया है.
तीसरी बात- मैं इनमें किसी व्यक्ति को नहीं जानता हूं.
वहीं, दूसरी ओर जब डीआईजी मनीष सिन्हा ने जब कोयला एंव खनन राज्य मंत्री हरिभाई चोधरी के ऊपर आरोल लगाया तो उन्होंने अपने बचाव में कहा कि न तो मैं सतीश सना को जानता हूं और न ही उनसे कभी मिला था, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने मुझे रिश्वत दिया है. मैं इस घटिया प्रयास की निंदा करता हूं. मैं इस सिलसिले में किसी भी जांच का स्वागत करता हूं. अगर दोषी पाया गया तो राजनीति छोड़ दूंगा.
गौरतलब है कि गत 24 अक्टूबर सीबीआई के अन्य अधिकारियों के समेत मनीष सिन्हा को भी बिना कराण बताए तबादले का नोटिस पकड़ा दिया गया था. जिसका उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके विरोध प्रगट किया और तो और इतना ही नहीं उन्होंने कई पदाधिकारियों समेत सियासी हस्तियों पर भी राकेश अस्थाना के केस में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है.