नई दिल्ली : रविवार को उत्तराखंड के पौड़ी जिले में नगर पंचायत क्षेत्र सतपुली में दोपहर को उस वक्त हिंसा शुरू हो गयी जब नजीबाबाद निवासी फल विक्रेता वसीम ने वॉट्सऐप, फेसबुक पर केदारनाथ मंदिर को लेकर आपत्तिजनक फोटो अपलोड कर दी। इसके बाद तो हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाला और नारेबाजी करते हुए अभियुक्त की दुकान पर पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने पूरा सतपुली बाजार बंद कराकर इसका विरोध शुरू कर दिया, बाद में जब इस बात की भनक दुकानदार को लगी तो वह मौके की नजाकत को समझते हुए दुकान बंद करके फरार हो गया. प्रदर्शनकारियों को जब आरोपी युवक नहीं मिला तो उन्होंने युवक के पिता को चेतावनी दी कि अपने बेटे को पुलिस के हवाले करो, लेकिन ऐसा न किए जाने पर आक्रोशित भीड़ ने थाना भी घेर लिया।
महिलाओं सहित लगभग 1 हजार आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने युवक की दुकान में तोड़फोड़ कर सामान को आग के हवाले कर दिया। माहौल बिगड़ता भांप तुरंत हरकत में आई पुलिस ने स्थिति पर समय से काबू पा लिया। इस सांप्रदायिक तनाव के चलते सतपुली कस्बे में धारा 144 लागू कर दी गई है। पौड़ी, कोटद्वार व लैंसडाउन से भी भारी मात्रा में पुलिस बल सतपुली में तैनात कर दिया गया है। कोटद्वार के एसडीएम राकेश तिवारी ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर बाजार खुलवाने का अनुरोध किया। सतपुली और लैंसडाउन तहसील में इन दिनों एसडीएम की तैनाती न होने से कोटद्वार समेत सतपुली और लैंसडाउन का भी प्रभार कोटद्वार के एसडीएम के ही पास है।
सोशल मीडिया पर आरोपी दुकानदार के विवादित पोस्ट के बाद अब हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता और प्रदर्शनकारी आरोपी युवक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस पूरे मामले में पूर्व प्रधान जगदंबा डंगवाल की ओर से तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है। एसडीएम राकेश तिवारी ने बताया कि माहौल पूरी तरह शांत है व पूरे क्षेत्र में कड़ी नजर रखी जा रही है। तिवारी ने बताया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।