उलेमा आए आगे, करवाया वैक्सीनेशन
भोपाल। इंसान की जिंदगी के हर मामले पर अल्लाह का इख्तियार है। उसी की मर्जी से इंसान को मौत, जिंदगी, रिज्क, बीमारी सबकुछ मिलता है। इंसान के जिम्मे अल्लाह की दी हुई जिंदगी को बेहतर तरीके से संवारना और अल्लाह के दिए हुए जिस्म की देखभाल करना है। किसी भी बीमारी से खुद को महफूज रखना और उसके लिए जरूरी अहतियात रखना भी किसी इबादत के जैसा ही है।

काजी-ए-शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने यह बात कही। वे सोमवार को मसाजिद कमेटी में कोरोना के लिए वैक्सीनेशन करवाने के लिए आगे आए। उनके साथ अन्य उलेमाओं ने भी वैक्सीनेशन करवाकर समाज को एक संदेश दिया है कि सरकार और प्रशासन के तय किए गए मापदंडों को मानना भी जरूरी है और इसके लिए अल्लाह को राजी करने जैसा माना जा सकता है। इस मौके पर शहर मुफ्ती अब्दुल कलाम, नायब मुफ्ती सैयद बाबर आदि ने भी वैक्सीनेशन करवाया। इस मौके पर शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि दुनियाभर में फैली वबा से बचाव और अहतियात के जरिये ही बचा जा सकता है। सरकार द्वारा तय किए गए सोशल डिस्टेंस, मॉस्क पहनने और बार-बार हाथ धोते रहने के नियमों का पालन सबको करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर अपनी जांच करवाएं और जरूरी इलाज लें।

मुख्यमंत्री ने जताई थी मंशा

दो दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात का ऐलान किया था कि कोरोना लड़ाई में उलेमाओं और धार्मिक विद्वानों का सहयोग लिया जाएगा। सोमवार को मसाजिद कमेटी में किए गए वैक्सीनेशन को इसी घोषणा से जोड़कर देखा जा रहा है। उलेमाओं द्वारा वैक्सीनेशन कराए जाने के साथ सरकार समाज को यही संदेश देने की मंशा रखती है कि बचाव से ही भलाई संभव है। उलेमाओं और शहर के नामवर लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल करने के पीछे सरकार की मंशा यह भी हो सकती है कि इनके फॉलोअर्स और इनकी बात मानने वालों के लिए सरकारी बात मानने के लिए आसानी से राजी किया जा सकता है।

खान आशु

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