पाकिस्तान अमेरिका से मिले एफ-16 और AIM-120C-5 AMRAAM मिसाइल के इस्तेमाल के बाद अपने ही जाल में बुरी तरह फंस गया है. जहां अमेरिका भारतीय सीमा में एफ-16 विमानों के घुसपैठ मामले की जांच कर रहा है तो वहीं ताइवान ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा है कि भारत की तरफ से जिस AMRAAM मिसाइल को लेकर सबूत पेश किये गए हैं वह हमारी नहीं है.
दरअसल भारतीय वायु सेना द्वारा एलओसी पर पाकिस्तान के एफ-16 विमानों द्वारा दागी गई मिसाइल के टुकड़े सबूत के तौर पर पेश किये थे. जिसे पाकिस्तान ने सिरे से ख़ारिज कर दिया था. पाकिस्तान का कहना था कि एफ 16 और AMRAAM मिसाइल को लेकर भारत ने जो सबूत पेश किए वो अमेरिका की तरफ से ताइवान को बेचीं गई मिसाइल के हैं. जिसके बाद ताइवान ने न सिर्फ पाकिस्तान पर पलटवार किया बल्कि पाकिस्तान के झूठ का भी पर्दाफाश कर दिया है.
ताइवान ने एक बयान में कहा है कि “ताइवान एम्राम मिसाइल का इस्तेमाल नहीं करता और हमारे विमानों में ये मिसाइल नहीं लगाई जा सकती” ऐसे में साफ़ हो जाता है कि पाकिस्तान एम्राम मिसाइल को लेकर न सिर्फ गुमराह कर रहा है बल्कि मामले पर लगातार झूठ बोल रहा है.
AMRAAM मिसाइल उस वक्त सुर्ख़ियों में आई थी जब हाल ही में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए अपने एफ-16 विमान भेजे थे. दोनों देशों के बीच हुई हवाई इंगेजमेंट में विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग 21 बाइसन से पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया था. जिसके बाद भारत ने पाकिस्तानी विमानों द्वारा भारतीय सीमा का उल्लघन करने के सबूत के तौर पर AMRAAM मिसाइल के टुकड़े पेश किये थे. जिससे पाकिस्तान ने इंकार कर दिया था.पाकिस्तान का कहना था कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की तरफ से किसी भी एफ-16 विमान का इस्तेमाल नहीं किया गया है. साथ ही पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के एफ-16 विमान को मार गिराने के दावे को भी ख़ारिज कर दिया था.
लेकिन बदले हुए हालात में पाकिस्तान का एक-एक झूठ दुनिया के सामने बेपर्दा हो रहा है. ऐसे में पाकिस्तान को अमेरिका का डर सताने लगा है. क्योंकि अगर ये साबित हो गया कि एफ-16 विमानों का इस्तेमाल भारत में घुसपैठ करने के लिए हुआ है. तो यह उन शर्तों का उल्लंघन होगा, जिसके तहत अमेरिका से पाकिस्तान को एफ-16 विमान मिले हैं. जिसमें साफ़ लिखा गया है कि पाकिस्तान इन विमानों का इस्तेमाल केवल वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियानों में करेगा. ना कि किसी दूसरे देश पर हमला करने में. वहीं अब भारत पर एम्राम मिसाइल दागे जाने पर अमेरिका ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. इस कमिटी ने पाकिस्तान से एफ-16 विमान के इस्तेमाल को लेकर जानकारी मांगी है.