यह जानकर हैरानी होगी कि अब आपकी टी-शर्ट से रिंगटोन सुनाई देगी यानी आने वाली कॉल की रिंगटोन मोबाइल पर नहीं, बल्कि आपकी टी-शर्ट से बजेगी. ऐसी तकनीक ईजाद करने का काम जारी है. वैज्ञानिक ऐसा मोबाइल बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो बेहद पतला, फ्लेक्सिबल होगा और उसे कपड़ों पर प्रिंट किया जा सकेगा. ऑस्ट्रेलिया की मोनॉश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने स्पासर (सरफेस प्लासमोन एंप्लिफिकेशन बाई स्टीम्यूलेटेड इमिशन ऑफ रेडिएशन) टेक्नोलॉजी की मदद से ऐसा मोबाइल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसे टी-शर्ट पर प्रिंट किया जा सके.
स्पासर टेक्नोलॉजी: बेहद पतला स्मार्ट फोन बनाने के लिए इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा. मोनॉश के वैज्ञानिकों ने दुनिया के पहले स्पासर से कार्बन बनाने में सफलता हासिल कर ली है. स्पासर एक नैनोस्केल लेसर या नैनोलेसर है. इसके फ्री इलेक्ट्रॉन के वाइब्रेशन से लाइट बीम निकलती है. यह ट्रेडिशनल लेसर के इलेक्ट्रो मैग्नेटिक वेब इमिशन की तरह जगह नहीं घेरती. इस प्रोजेक्ट में लगे वैज्ञानिकों को पहली बार पता चला कि कार्बन और ग्रेफाइट के नैनो ट्यूब प्रकाश के सहारे एक-दूसरे से ऊर्जा का आदान-प्रदान कर सकते हैं. वैज्ञानिकों ने बताया कि कार्बन नैनो ट्यूब में ऑप्टिकल इंटरेक्शन काफी तेज था और यह टेक्नोलॉजी कंप्यूटर चिप बनाने में इस्तेमाल की जा सकती है.
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