बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मामले पर जदयू ने अपने तेवर कड़े कर लिए है। पार्टी अब इस मसले को जोर शोर से उठाने वाली है। वित्त आयोग की टीम के सामने फिर से विशेष राज्य का मामला उठाया जायेगा। पंद्रहवें वित्त आयोग के सामने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग को उठाने के बाद जदयू में सुगबुगाहट तेज हो गई है।
गौरतलब है कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जा के सवाल पर पंद्रहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह ने कहा था कि अगर बिहार को विशेष राज्य की मांग फिर से उठाई जाऐगी तो वित्त आयोग अध्ययन करेगा। इसके पहले पांच जुलाई को नीति आयोग के उपाध्यक्ष डाॅ. राजीव कुमार अपनी टीम के साथ पटना पहुंचकर राज्य सरकार के साथ बिहार के लंबित मामलों पर बैठक करेंगे।
दिल्ली में संपन्न नीति आयोग के शासी परिषद की चैथी बैठक में नीतीश कुमार ने विशेष राज्य का दर्जा की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को बुलंद करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मापदंडों के हिसाब से बिहार काफी नीचे है। हमारी रणनीति ऐसे निवेश और अंतरण पद्धति को प्रोत्साहित करने की है जिससे पिछड़े राज्यों को एक निर्धारण समय सीमा में विकास के राष्ट्रीय औसत तक पहुंचने में मदद मिले।
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