नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : गैंगरेप और यौनशोषण के मामले में फंसे अखिलेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और अमेठी से विधानसभा प्रत्याशी गायत्री प्रसाद प्रजापति को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई है. कोर्ट ने सोमवार को कहा है कि वह अपनी याचिका लेकर संबंधित कोर्ट के पास ही जाएं।
गायत्री प्रजापति पर महिला ने आरोप लगाया था की उन्होंने महिला और उसकी बेटी के साथ गैंगरेप किया है. इस मामले में जब से मामला दर्ज हुआ है तभी से गायत्री प्रजापति फरार चल रहे हैं. पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है.
शनिवार को कोर्ट ने गायत्री प्रजापति का गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया था। पुलिस एक-दो दिन में गायत्री की संपत्ति कुर्क करने की अनुमति लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देगी।
सु्प्रीम कोर्ट के आदेश पर गायत्री प्रजापति और उसके छह साथियों अशोक तिवारी, पिंटू सिंह, रुपेश, आशीष शुक्ला, चन्द्रेश और विकास वर्मा के खिलाफ गौतमपल्ली थाने में चित्रकूट की एक महिला ने तहरीर दी थी, जिस पर गैंगरेप और यौनशोषण का मुकदमा दर्ज किया गया था।
गायत्री प्रजापति शनिवार की रात दिल्ली में था। यह बात एसटीएफ और पुलिस को सर्विलांस से पता चली। इसकी पुष्टि होते ही एक टीम दिल्ली भेज दी गई है। पता चला है कि गायत्री सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका पर सुनवाई के दौरान वकीलों के संपर्क में रहेगा, इसलिए वह शनिवार रात को दिल्ली पहुंचा था।