पटना: आतंकियों से लोहा लेते हुए कुपवाड़ा मुठभेड़ में सीआरपीएफ जवान पिंटू सिंह शहीद हो गए थे। पिंटू सिंह बिहार के रहने वाले थे लेकिन रविवार को जब उनका शव पटना पहुंचा उन्हें लेने तो दूर श्रद्धांजलि तक देने सत्तारूढ़ गठबंधन का कोई नेता नहीं पहुंचा। हालाँकि छात्र नेता कन्हैया कुमार उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
जब इस पर सवाल पुछा जाने लगा तो एनडीए के सभी नेता चुपचाप निकल गए। मगर अब जनता दल-युनाइटेड (JDU) उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने खेद जताते हुए गलती मानी है। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी के किसी सदस्य को इस दुख की घड़ी में सिंह के परिवार के साथ होना चाहिए था।
बेगूसराय के वीर शहीद पिंटू कुमार सिंह को सादर नमन। देश के लिए अपना जीवन क़ुर्बान करने वाले सभी शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि। 🙏 pic.twitter.com/vxcxk8QSkl
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) March 3, 2019
प्रशांत ने ट्वीट किया, “हम इस चूक के लिए माफी चाहते हैं। हमें इस दुख की घड़ी में आपके साथ होना चाहिए था।” उन्होंने शहीद जवान के भाई का वीडियो शेयर करते हुए यह बात कही।
We are sorry for the error of judgement on part of those of us who should have been there with you in this hour of grief. pic.twitter.com/DIhpiKlyd6
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 3, 2019
दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसमे शहीद पिंटू सिंह के भाई ने मीडिया से कहा था कि “रैली को महत्व दिया गया है। शहीद को तो बाद में भी देखा जा सकता है। मरने वाला तो मर गया। मंत्रीजी को क्या लेना है, वो अपनी कुर्सी बचा रहे हैं। इसी से पता चलता है कि हमारी सरकार सेना की कितनी मदद कर रही है।”
जबकि एक तरफ पटना एयरपोर्ट पर जब शहीद का शव लाया गया था, उसी वक़्त पटना के गाँधी मैदान में जदयू-भाजपा की संयुक्त रैली चल रही थी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शरीक हुए। इस रैली में दोनों पार्टियों के बड़े नेता और नीतीश की कैबिनेट के मंत्री मौजूद रहे।