पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज शाम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे. इसके लिए वे बुधवार शाम ही नागपुर पहुंच गए. इधर, उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनके इस फैसले को लेकर ऐतराज जताया है. शर्मिष्ठा ने कहा है कि आरएसएस भी नहीं मानता है कि आप भाषण में उसकी सोच का बखान करेंगे, लेकिन बातें भुला दी जाएंगी. रहेंगे तो सिर्फ फोटो, जो फर्जी बयानों के साथ प्रसारित किए जाएंगे. नागपुर जाकर आप भाजपा-आरएसएस को फर्जी खबरें प्लांट करने, अफवाहें फैलाने का पूरा मौका दे रहे हैं. आज की घटना तो सिर्फ शुरुआत है.
बुधवार को ऐसी खबरें आई थीं कि शर्मिष्ठा भाजपा में शामिल हो सकती हैं और उन्हें पश्चिम बंगाल से भाजपा चुनाव मैदान में उतारेगी, लेकिन शर्मिष्ठा ने ऐसी खबरों का खंडन किया है. इसे लेकर किए गए ट्वीट में उन्होंने अपने पिता प्रणब मुखर्जी को भी भाजपा का असली चेहरा बताने की कोशिश की है. उन्होंने लिखा है, उम्मीद है कि आज की घटना से प्रणब मुखर्जी को अहसास हो गया होगा कि भाजपा का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट कैसे काम करता है. उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पिता भाजपा-आरएसएस को अफवाहें फैलाने का पूरा मौका दे रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी द्वारा आरएसएस का आमंत्रण स्वीकार करने के बाद करीब 30 कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें पत्र लिखकर आरएसएस के कार्यक्रम में नहीं जाने की अपील की थी. जय राम रमेश और सीके जाफर शरीफ ने उन्हें पत्र लिखकर अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा था. जयराम रमेश ने यह भी कहा था कि उन जैसे विद्वान और सेक्युलर व्यक्ति को आरएसएस के साथ किसी तरह की नजदीकी नहीं दिखानी चाहिए. आरएसएस के कार्यक्रम में जाने से देश के सेकुलर माहौल पर असर पड़ेगा. वहीं इन सवालों पर प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि मैं 7 तारीख को नागपुर में ही जवाब दूंगा.