मुंबई। लेखक-पत्रकार हीरेन्द्र झा और निमिषा दीक्षित की जोड़ी इन दिनों अपनी नई किताब ‘सेज: सुनंदा पुष्कर की कहानी’ के लिए चर्चा में हैं। यह किताब किंडल और पेपरबैक दोनों ही एडिशनों में अमेज़न पर पाठकों के लिए उपलब्ध है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आते ही यह किताब बेस्टसेलर रैंकिंग में भी आ गयी है। देश से बाहर इंटरनेशनल मार्केट में ई-बुक हिंदी की लिस्ट में ‘सेज’ तीसरे नंबर पर पहुंच चुकी है।
पेपरबैक के लिए प्री ऑर्डर जारी है और यह किताब तेजी से टॉप 100 की तरफ बढ़ रही है।
जाने-माने शायर इरशाद ख़ान सिकंदर इस पुस्तक के बारे में कहते हैं- “बस इतना कह सकता हूँ, दिल काग़ज़ पर उतरा है। अज़ीज़म हीरेन्द्र और निमिषा की जोड़ी द्वारा लिखित ये किताब शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर का मुहब्बतनामा है। किताब मैंने पढ़ी है। बहुत दिलचस्प है। हीरेन्द्र और निमिषा की मेहनत साफ़ नज़र आती है। निश्चित रूप से इस बहुचर्चित और विवादास्पद विषय पर लिखना आसान नहीं रहा होगा।
‘आई एम कलाम’ और ‘कड़वी हवा’ जैसी नेशनल अवॉर्ड विनिंग फ़िल्म बना चुके डायरेक्टर पद्मश्री नील माधव पांडा ने भी सेज की काफी सराहना की है।
गौरतलब है कि लेखक जोड़ी हीरेन्द्र झा और निमिषा दीक्षित इन दिनों मिलकर कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।
‘सेज: सुनंदा पुष्कर की कहानी’ नाम से ही स्पष्ट है कि यह किसकी कहानी है। सुनंदा के बारे में आप सभी जानते हैं कि साल 2014 में दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में उनकी रहस्यमयी मौत हो गयी थी। शशि थरूर की तीसरी पत्नी होने के अलावा भी सुनंदा की अपनी एक शख़्सियत थी, जिसे आप इस पुस्तक के जरिये बखूबी जान सकेंगे। पाठकों की माने तो सेज ने सुनंदा पुष्कर को ज़िंदा कर दिया है। बता दें कि माय बुक्स सेलेक्ट प्रकाशन, नई दिल्ली ने अपने ‘नायाब सीरीज़’ के तहत इस पुस्तक का प्रकाशन किया है।
बता दें कि ‘सेज’ हीरेन्द्र झा की तीसरी किताब है। उनकी पहली किताब ‘मीडिया के दिग्गज’ और कविता संग्रह ‘एक ख़्वाब’ भी काफी चर्चित रही। निमिषा दीक्षित की यह डेब्यू बुक है। हीरेन्द्र और निमिषा कई साल से साथ मिलकर सरकारी-गैरसरकारी कई क्लाइंट्स के लिए शॉर्ट फ़िल्म, डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म, एड, जिंगल, कहानी और गीत लिख रहे हैं। दोनों मिलकर अब फ़िल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरियल भी लिख रहे हैं।