बिहार में हुए महा-गठबंधन का भविष्य उज्ज्वल है और उसका सफल प्रयोग देवभूमि से ही शुरू हुआ. यह कहना है उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत का. चौथी दुनिया के साथ बातचीत में रावत कहते हैं कि समय की मांग के अनुसार यह बिहार विधानसभा उपचुनाव में सफल साबित होगा. सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार देश के लिए सबसे बड़ा ख़तरा है. वह कहते हैं कि मोदी की हवा ख़त्म हो चुकी है और काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती.जनता अच्छे दिन खोज रही है और भारतीय जनता पार्टी के क़दम येदियुरप्पा की ओर बढ़ रहे हैं.
कांग्रेस के गर्दिश के दिनों में जिस तरह राज्य में हुए उपचुनाव में तीनों सीटें जीतकर हरीश रावत ने अपनी नेतृत्व क्षमता साबित की. आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उनकी प्राथमिकता रही है कि राज्य की कांग्रेस सरकार जनता को सभी सुविधाएं व्यवस्थित ढंग से मुहैया कराए. विधानसभा उपचुनाव के एक माह बाद संपन्न हुए पंचायत चुनाव में भी हरीश के नेतृत्व में कांग्रेस ने जबर्दस्त सफलता हासिल की. खराब स्वास्थ्य के बावजूद कांग्रेस को उबारने वाले हरीश रावत ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय राज्य की जनता को दिया. ग़ौरतलब है कि हरीश रावत कांग्रेस के ग्रासरूट कार्यकर्ता रहे हैं. छात्र राजनीति से अपनी शुरुआत करने वाले हरीश ने सदैव जनता को अपना आदर्श माना. राजनीति की पहली पायदान पर उनका मुकाबला डॉ. मुरली मनोहर जोशी से हुआ. तबसे लेकर अब तक हरीश अजेय सिद्ध हुए.
चौथी दुनिया को एक निर्भीक एवं निष्पक्ष अख़बार बताते हुए हरीश रावत कहते हैं कि अन्य समाचार-पत्र समूहों को भी निष्पक्षता के साथ अपनी भूमिका निभानी चाहिए. राज्य कांग्रेस में बढ़ रही गुटबाजी का सवाल सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि दल के जो भी छोटे-बड़े नेता अपने सुझाव सामने रखते हैं, उन पर हम विचार करते हैं. हमारी कोशिश है कि सरकार हर स्तर पर जनता की कसौटी पर खरी उतरे. हम जनता के सेवक हैं और हर पल उसके साथ हैं. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सरकार की छवि खराब करने के लिए हर स्तर पर दुष्प्रचार का अभियान चलाया, लेकिन उसकी नकारात्मक सोच उसके लिए अभिशाप बन गई. खराब स्वास्थ्य के बावजूद हमने और हमारी सरकार ने जनसेवा का सकारात्मक मार्ग अपनाया, जो वरदान सिद्ध हुआ यानी जाकी रही भावना जैसी, हरि मूरत देखी तिन तैसी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा सहित पर्यटन को बहाल कर खुशहाली का मार्ग खोलने की हर कोशिश कर रही है. रावत ने नंदा देवी हिमालयी कुंभ की सफलता का श्रेय जनता को दिया.
हरीश ने केंद्र सरकार को सांप्रदायिक सौहार्द के लिए अपनी कथनी-करनी में अंतर समाप्त करने की सलाह दी और कहा कि शाह और येदियुरप्पा के रास्ते पर चलकर सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार को ख़त्म नहीं किया जा सकता. लालकिले से खुद को प्रधान सेवक कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत देते हुए हरीश रावत ने कहा कि उन्हें ज़ुबानी सेवक बनने से बचना चाहिए. हरीश ने बताया कि राज्य के मंत्रियों-अफसरों की विदेश यात्राओं पर रोक लगा दी गई है. सरकार की पूरी कोशिश है कि राज्य में कोई भी शख्स भूखा न सोए. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान कि हरीश सरकार अच्छा काम कर रही है, पर उन्होंने कहा कि यह एक सच्चाई है और सच को सच बताने वालों की अभी कमी नहीं है.
सरकार के काम को जनता का आशीर्वाद
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