जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में एक अस्पताल के पास अंधाधुन फायरिंग कर आतंकियों ने आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके बॉडीगार्ड की हत्या कर दी। आतंकियों की फायरिंग में कुल तीन लोगों की मौत हो गई है। चंद्रकांत शर्मा कई सालों से संघ से जुड़े थे और किश्तवाड़ के जिला अस्पताल में बतौर मेडिकल असिसटेंट कार्यरत थे। हमले में चंद्रकांत शर्मा बुरी तरह से गंभीर रूप से घायल हो गए थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जबकि शर्मा के निजी गार्ड की मौके पर ही मौत हो गई थी। किश्तवाड़ अस्पताल से उन्हें जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर ने बुर्का पहना हुआ था। उसने चद्रकांत शर्मा का नाम पुछा और उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। यह हमला अस्पताल के अंदर ओपीडी में किया गया है। हमले के वक़्त चंद्रकांत शर्मा अपने बॉडीगार्ड के साथ मौजूद थे। इसी दौरान बुर्का पहने हुए एक व्यक्ति ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि इस फायरिंग में चंद्रकांत जख्मी हो गए थे, जबकि उनके बॉडीगार्ड की मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर बॉडीगार्ड का हथियार भी छीनकर फरार हो गया।
अस्पताल के अंदर गोलियों की आवाज़ सुनते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। इसी माहौल के बीच हमलावर मौके से फरार होने में भी कामयाब हो गया। सेना और पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। RSS के बड़े नेता की मौत के बाद इलाके में हालात तनावपूर्ण हो गए, जिसके मद्देनजर कर्फ्यू लगा दिया गया। किश्तवाड़ के अलावा डोडा और भद्रवाह में कर्फ्यू लगा दिया है। यह इलाका सांप्रदायिक तौर पर काफी संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में एक हिंदू नेता पर अस्पताल के अंदर आतंकी हमले ने माहौल तनावपूर्ण बना दिया है।