नई दिल्ली: मनी लॉड्रिंग और जमीन घोटाले ममाले में फंसे रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के संकेत दिए हैं. एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने राजनीति में आने की मंशा जताई है.अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि सालों के अनुभव और सीख को जाया नहीं किया जा सकता है और उनका बेहतर इस्तेमाल करना चाहिए. इसके साथ ही उनका कहना था कि एक बार यह सभी आरोप खत्म हो जाएं तो मुझे लगता है कि मैं लोगों की सेवा में एक बड़ी भूमिका निभा सकूंगा.
रॉबर्ट वाड्रा का कहना है कि अलग अलग मौकों पर सरकारें देश के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करती आई हैं.
रॅाबर्ट वाड्रा ने रविवार को फेसबुक पर पोस्ट लिखकर अपना दर्द बयां किया है. अपनी पोस्ट में उन्होंने यह भी बताया है कि कैसे उन्हें घंटों तक ईडी दफ्तर में परेशान किया जाता है. उन्होंने लिखा की देश के वास्तविक मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए एक दशक से अधिक विभिन्न सरकारों ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की. देश के लोगों ने धीरे-धीरे महसूस किया कि इन आरोपों में कोई भी सच्चाई नहीं है. लोग इस झूठ से बाहर निकले और मुझपर विश्वास जताया, एक बेहतर भविष्य की शुभकामनाओं के लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद.
रॅाबर्ट वाड्रा ने आगे लिखा है कि मैं जिन बच्चों के बीच में जाता था वहां से लेकर नेत्रहीन विद्यालय तक, मदर टेरेसा के विचारों से, विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों पर जाकर, अनाथालयों में जाकर सेवा करने से, अस्पतालों, मंदिरों के बाहर भूखे और गरीब लोगों को खाना खिलाने से तक बहुत कुछ सीखा और खुद को मजबूत बना कर रखा. केरल, नेपाल और अन्य स्थानों पर बाढ़ आपदा के दौरान मदद भेजना भी एक संतोषजनक अहसास था और सीखने का अनुभव था.
रॅाबर्ट वाड्रा का कहना है कि अब दिल्ली और राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय के सामने जाना, कई दिनों तक लगभग 8 घंटे तक पूछताछ होना, जबकि मैंने हर नियमों का पालन किया है और निश्चित रूप से ना मैं और ना कोई और कानून से ऊपर नहीं है. इसलिए मैं हर इस चीज से बहुत कुछ सीखता रहा और खुद को मजबूत बनाता रहा. देश के विभिन्न हिस्सों में काम करते हुए, बहुत दिन रहते हुए मुझे उन लोगों के लिए और अधिक करने की अनुभूति हुई, खास कर यूपी में, जहां मेरी छोटी सी कोशिश बहुत से परिवर्तन कर सकती है. मैंने इन जगहों पर सच्चा प्यार, स्नेह और सम्मान प्राप्त किया जो बहुत वी विनम्रता पूर्वक मुझे मिला.
गौरतलब है कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चल रही ईडी की जाँच लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर पर एक संपत्ति की खरीद से जुडी हुई है. जांच एजंसियों ने इस मामले में मनी लॉड्रिंग की आशंका जताई है. लगभग 19 लाख पाउंड की संपत्ति का मालिकाना रॉबर्ट वाड्रा के पास है. बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी के मुताबिक लंदन की इस संपत्ति को भगोड़े हथियार व्यापारी संजय भंडारी नेमनोज अरोड़ा नाम के एक सख्श से 19 लाख पाउंड में खरीदा था और साल 2010 में इसे इतनी ही राशि में रॉबर्ट वाड्रा बेंच दिया गया. जबकि इसकी मरम्मत, साज-सज्जा पर करीब 65,900 पाउंड खर्च हुए थे.