बिजनेसमैन राज कुंद्रा  पर पोर्न वीडियो बनाकर पैसा कमाने का आरोप लगा है। उन्हें 23 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि पोर्न फिल्मों को बनाने और उन्हें कुछ एप के जरिए पब्लिश करने में राज कुंद्रा शामिल थे। वे इस काम से लाखों करोड़ों की कमाई करते थे। बीती रात क्राइम ब्रांच ने बिजनेसमैन राज कुंद्रा के मुंबई स्थित विआन इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ऑफिस और कुछ अन्य ठिकानों पर छापामारी की। खबरों कि मानें तो इस दौरान पुलिस ने ऑफिस के कुछ कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और सर्वर को सीज किया है।

राज ने ये काम लॉकडाउन के दौरान शुरू किया था। मॉडल्स को फिल्म और वेबसीरीज में काम देने के बहाने बंगले पर बुलाया जाता था और ऑडिशन के नाम पर न्यूड फिल्में शूट करने को कहा जाता था। पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है कि राज अश्लील फिल्मों के जरिए हर दिन करीब 6-8 लाख की कमाई करते थे।

मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक पहले इस काम से 2-3 लाख की कमाई ही होती थी लेकिन बाद में ये बढ़कर 6-8 लाख हो गई। राज के सहयोगियों के अकाउंट को सीज कर लिया गया है। पूछताछ में राज ने बताया है कि फरवरी 2019 में उन्होंने आर्म्स प्राइम मीडिया लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई थी और हॉटशॉट्स नाम के एप को डेवलप किया था।

पकड़े ना जाएं इसलिए ऐसे घुमाया जाता था पैसा
हॉटशॉट्स पर पेड सब्सक्राइबर्स के जरिए होनेवाली कमाई को मेनटेंनेस के नाम पर दिखाया जाता था। ये इनके काम करने का तरीका था। हॉटशॉट्स एप के मेनटेनेंस के लिए विआन ने टाइ-अप किया था। इसी मेनटेनेंस के लिए लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन विआन कंपनी के 13 बैंक अकाउंट्स में होता था। कुछ कंपनियों में घुमाने के बाद ये पैसा राज के अकाउंट में आता था।

राज कुंद्रा के वकील ने पोर्न स्कैंडल केस में मुंबई पुलिस द्वारा सामग्री को पोर्न के रूप में बताए जाने पर आपत्ति जताई है। उनके वकील अबाद पोंडा ने मंगलवार को कोर्ट में यह दलील दी है। पोंडा ने अपनी दलील में कहा कि अश्लील सामग्री से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के साथ इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री भेजपने पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 ए को लागू करना गलत है, क्योंकि यह कानून “वास्तविक संभोग” को पोर्न मानते हैं। इस अलावा कुछ भी महज अश्लील सामग्री है।

उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल जो वेब सीरीज बनाई जा रही है पुलिस उन्हें अश्लील सामग्री मान रही है, लेकिन यह वास्तव में पोर्न के रूप में वर्गीकृत नहीं है। इस रिमांड में ऐसा कुछ भी नहीं दिखाता जिसमें दो लोग वास्तव में संभोग कर रहे थे। यदि वह वास्तविक संभोग नहीं है, तो इसे पोर्न के रूम में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है।

 

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